तब्लीगी मरकज में शामिल लोगों में कोरोना फैलने की पुष्टि के बाद राज्य में पुलिस वैसे लोगों की तलाश में जुटी है, जो इस जमात में शामिल हुए हो। इसके अलावा विदेश से आए लोगों की भी पहचान की जा रही है। इसी बीच विदेशियों की जानकारी छिपाने के आरोप में दरभंगा में मस्जिद के सचिव और व्यवस्थापक पर केस किया गया है।
दरभंगा। कोरोना वायरस को लेकर देश में लॉकडाउन है। इस बीच लॉकडाउन से पूर्व विदेशियों को यहां ठहराने के बावजूद पुलिस को सूचना नहीं दिए जाने पर जामा मस्जिद लोहिया चौक बाकरगंज के सचिव डॉ. सालीन और व्यवस्थापक जैफी को नामजद कर लहेरियासराय थाना में शुक्रवार को एफआईआर दर्ज की गई है। लहेरियासराय थाना के इंस्पेक्टर इंचार्ज हरि नारायण सिंह ने अपने बयान पर उन दोनों को नामजद किया है।
मामले में बताया गया है कि यहां 27 फरवरी से 20 मार्च तक दस विदेशियों सहित दो उसके गाइड आए थे। इसकी सूचना पुलिस को नहीं देकर गोपनीय रखा गया था। एफआईआर दोनों के खिलाफ दर्ज करने की पुष्टि इंस्पेक्टर इंचार्ज सिंह ने की है।
तब्लीगी मरकज से लौटे लोगों की तलाश
वहीं, एटीएस और स्पेशल ब्रांच सहित सीआईडी की टीम अपने-अपने स्तर से विदेशियों को यहां ठहराने को लेकर जांच कर शुरु की थी। वहीं, एटीएस राज्य मुख्यालय ने कोरोना वायरस और संदिग्ध मरीजों के संपर्क में आए लोगों की तलाश थी और यहां की पुलिस भी लगी ही थी कि इसी बीच पुलिस मुख्यालय ने पिछले दिनों निजामुद्दीन, दिल्ली में आयोजित मरकज में शामिल हुए यहां के लोगों की तलाश शुरू कर शहर के थानों से रिपोर्ट तलब किया। जिसके बाद जांच के क्रम में मामला सामने आया।
केंद्रीय रिपोर्ट के आधार पर जांच में जुटी पुलिस
उल्लेखनीय हो कि बीते दिनों दिल्ली में संपन्न हुए तब्लीगी मरकज में शामिल हुए लोगों में कोरोना फैलने की पुष्टि के बाद केंद्र व राज्य सरकार के निर्देश पर पूरे बिहार में वैसे लोगों की तलाश की जा रही है, जो इस तब्लीगी में शामिल होने गए थे। बीते दिनों समस्तीपुर, किशनगंज, अररिया समेत राज्य के अन्य जिलों से मरकज में शामिल लोगों को पकड़ कर क्वारेंटाइन में भेजा गया है। केंद्र से मिले रिपोर्ट के आधार पर राज्य पुलिस लोगों की पहचान में जुटी है। इस क्रम में कई जिलों से यह जानकारी भी सामने आई है कि मरकज में शामिल होने वाले लोग दिल्ली में ही हैं। जिसकी जानकारी मुख्यालय को भेज दी गई है।