सोमवार को बाल कल्याण समिति और एसडीओ ने गोपालगंज के प्रसिद्ध थावे मंदिर में छापेमारी कर एक नाबालिग की शादी रुकवाई। मिली जानकारी के अनुसार 14 साल की लड़की की शादी कराई जा रही थी। मामले में पुलिस ने सात को गिरफ्तार किया है।
गोपालगंज। बाल विवाह न केवल कानूनन अपराध है बल्कि एक सामाजिक कुरीति भी है। लेकिन जागरुकता के अभाव में अब भी बाल विवाह के कई मामले सामने आते है। ताजा मामला बिहार के गोपालगंज जिले का है। जहां 22 वर्ष के दूल्हे की शादी 14 वर्ष की नाबालिग लड़की से कराई जा रही थी। हैरत की बात यह भी है कि यह पाप देवी मां के घर में किया जा रहा था। लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने न केवल इस बेमेल जोड़ी को एक होने से रोका बल्कि सात लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।
थावे मंदिर परिसर में हो रही थी शादी
मामला गोपालगंज के थावे मंदिर परिसर की है। जहां बाल कल्याण समिति और एसडीओ ने सोमवार को छापेमारी कर एक नाबालिग बच्ची की शादी रुकवाई। मामले में दूल्हा, शादी कराने वाले पंडित समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं प्रशासन ने बच्ची के उम्र का सत्यापन करने के लिए सदर अस्पताल भेजा हैं। इस मामले में जिला प्रशासन ने चाइल्ड मैरिज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया हैं। बाल कल्याण समिति और एसडीओ की अचानक हुई छापेमारी से अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। वहीं गेस्ट हाउस को पुलिस ने सील कर दिया हैं।
तुरकंहा की दुल्हन, साहेबा चक का दूल्हा
गिरफ्तार किए गए लोगों में दूल्हा मुन्ना सिंह, दूल्हे के पिता जमादार सिंह, शादी कराने आए पंडित राजीव उपाध्याय, गेस्ट हाउस मालिक रामायण सिंह व दो बाराती अनीश कुमार सिंह व दिग्विजय प्रताप सहित शामिल है।
लड़की पक्ष के लोग फुलवरिया थाने के तुरकहा गांव के थे। जहां के रामचन्द सिंह अपने 14 वर्षीय पुत्री शिवानी की शादी मीरगंज थाने के साहेबा चक गांव के जमादार सिंह के 22 वर्षीय पुत्र मुन्ना सिंह के साथ थावे दुर्गा मंदिर परिसर विकास गेस्ट हाउस में करा रहे थे।उसी दौरान किसी व्यक्ति द्वारा फोन से एसडीओ उपेन्द्र पाल को खबर दी गई। जिसपर पहुंची पुलिस ने ये कार्रवाई की।