बिहार के कई जिलों में एनआईए की छापेमारी से मचा हड़कंप, आतंकी कैंप मिलने के बाद जांच के लिए पड़ी रेड

बिहार में गुरुवार के दिन राज्य के कई जिलों में अचानक हुई एनआईए की छापेमारी से  हड़कंप मच गया। यह रेड आतंकी कैंप संचालित होने की जानकारी होने बाद जांच के लिए की गई है। यहां पहुंची टीम कई संदिग्ध आरोपियों के परिवार वालों से पूछताछ भी कर रही है।

Sanjay Chaturvedi | Published : Sep 8, 2022 7:15 AM IST / Updated: Sep 08 2022, 12:52 PM IST

पटना (बिहार): बिहार के फुलवारीशरीफ में आतंकी कैंप के भंडाफोड़ मामले में नेशनल इवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) गुरुवार को बिहार के कई जिलों में छापेमारी कर रही है। एनआईए की अलग-अलग टीम बिहार के अररिया, सारण, दरभंगा, वैशाली, कटिहार, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में रेड कर रही है। पटना के फुलवारीशरीफ में आतंकी कैंप चलाने वाले कई नामजद अभियुक्तों के ठिकानों पर भी छापेमारी जारी है। टीम कई संदिग्ध आतंकियों के परिजनों से भी पूछताछ कर रही है। कटिहार से एक व्यक्ति को एनआईटी की टीम द्वारा हिरासत में लिए जाने की सूचना है। छापेमारी के दौरान टीम दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर गांव निवासी सनाउल्लाह और मुस्तकीम के घर टीम पहुंची। दोनों के परिजनों से पूछताछ की। दोनों के खिलाफ फुलवारीशरीफ थाना में केस दर्ज है। दोनों फरार चल रहे है। जबकि दरभंगा के उर्दू मोहल्ला में भी नुरुद्धीन जंगी के घर टीम पहुंची है। परिजनों से पूछताछ जारी है। किसी को भीतर जाने की अनुमति नहीं है। 

सरकारी शिक्षक के घर भी पहुंची टीम
सारण जिले के रुपदलपुर गांव में रहने वाले पीएफआई के सदस्य और सरकारी शिक्षक परवेज आलम के घर टीम पहुंची है। घर की तलाशी ली जा रही है। एनआईए की टीम के साथ स्थानीय पुलिस भी मौजूद है। आतंकि कैंप चलाने के मामले में परवेज आमल 26वां आरोपी है। छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने परवेज आलम का मोबाइल जब्त किया है। कुछ जरुरी कागजात मिलने की भी सूचना है। वैशाली जिला के सेहान गांव में रहने वाले मो रियाज अहम नामक युवक के घर भी छापेमारी चल रही है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर के गौरिहर, अररिया के अरतिया गांव में भी टीम रेड कर रही है। कटिहार के बरारी और हसनगंज में भी रेड चल रही है। यहां से एक युवक को हिरासत में लिया गया है। 

क्या है मामला
पटना के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के दफ्तर में आतंकि ट्रेनिंग कैंप का भंडाफोड़ करीब दो माह पहले किया गया था। कैंप में युवाओं को शारीरिक प्रशिक्षण के नाम पर युवाओं को देश में हिंसा फैलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी। सभी को हथियार चलाना भी सिखाया जा रहा था। पुलिस ने इसका भंडाफोड़ करते हुए कैंप से कई दस्तावेज जब्त किया था। जिसमें आतंकि कैंप चलाने का सबूत मिला था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे पर भी माहौल बिगाड़ने की साजिश यहां चल रही थी। पुलिस ने केस को एनआईए को ट्रांसफर्र कर दिया था। कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। केस अपने अंडर में लेने के बाद एनआईए ने कई जगहों पर रेड की थी। गुरुवार को एनआईए कई जिलों में दोबारा रेड कर रही है।

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