सार
राजस्थान के चित्तौडगढ़़ जिले के प्रख्यात कृष्ण धाम भगवान ‘सांवरिया सेठ‘ मंदिर में जाने से हर भक्त की मुराद पूरी होती है। कुछ ऐसा नजारा ही जलझूलनी एकादशी पर देखा गया, जहां एक भक्त की मनोकामना पूरी हुई तो वह भगवान के चरणों में चांदी का विमान चढ़ा गया।
जयपुर. राजस्थान के चमत्कारी मंदिरों में से एक मंदिर में जलझूलनी एकादशी पर चल रहे मेले के दौरान एक भक्त चांदी का विमान ही भेंट कर गया। जब इसकी सूचना मंदिर प्रशासन को लगी तो विमान देखने के लिए भीड़ लग गई। इस भीड़ के दौरान लोगों ने विमान को छूने की कोशिश की लेकिन बाद में मंदिर प्रशासन ने इस विमान को उठाकर मंदिर की तिजोरी में रख दिया। यह चमत्कारी मंदिर है सांवलिया सेठ जो चित्तौडगढ़ में स्थित है। बताया जा रहा है कि सांवरिया सेठ सेठ भगवान श्री कृष्ण के बाल रुप को कहा जाता है। यहां आने वाले भक्तों की मुराद जरूर पूरी होती है। यही कारण है कि राजस्थान में सबसे ज्यादा चढ़ावा इसी मंदिर में चढ़ता है। मंदिर में भरने वाले साल भर में एक दर्जन से भी ज्यादा मेलों के बाद जब मंदिर के दानपात्र खोले जाते हैं तो करोड़ों रुपया कैश के साथ ही चांदी और सोने के जेवर भी निकलते हैं।
भीलवाड़ा के एक ज्वैलर से बनाया गया है विमान
जानकारी में सामने आया है कि विमान भीलवाड़ा के ही एक कारोबारी ने चढ़ाया है। यह विमान भीलवाड़ा के बस्सी में रहने वाले एक ज्वैलर से बनवाया गया है। इससे पहले भी मुराद पूरी होने पर सांवलिया सेठ के भक्त अजीबो गरीब वस्तुएं चढ़ाते रहे हैं। कुछ समय पहले ही एक भक्त ने चांदी की बाइक चढ़ाई थी। उससे पहले गुजरात के एक भक्त ने सोने का मुकुट भेंट किया था। एक भक्त ने तो तीन डिब्बों की ट्रेन भगवान के चरणों में अर्पित की थी। ट्रस्ट का कहना है कि अक्सर मुराद पूरी होने पर लोग बोली हुई वस्तुएं प्रतीक रूप में चढ़ाते हैं। सांवलिया सेठ सबको देते हैं। ये तमाम भेंट मंदिर के नाम से बनी तिजोरी में जमा करा दी जाती हैं। इससे मंदिर का विकास किया जाता है।
तीन दिन में हुए थे आठ करोड़ रुपए जमा
मंदिर प्रशासन ने बताया कि साल में कई वार त्योंहार आते हैं सभी में यहां मेले सा माहौल रहता हैं। सांवरा की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। इस साल जनवरी में तीन दिन का एक आयोजन हुआ था। इस तीन दिन के मेले के दौरान करीब आठ करोड़ रुपए मंदिर की दान पेटी में जमा हुए थे। इन रुपयों के अलावा सोने और चांदी के जेवर अलग हैं।