बिहार में एक बार फिर एक्टिव हुए प्रशांत किशोर, कहा- 2012 से 6 बार हुआ प्रयोग, नतीजा जीरो

बिहार की पॉलिटिक्स पर राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर ने नितीश को फिर निशाने पर लेकर  वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा है। बता दे कि किशोर इस समय जन सुराज अभियान चला रहे है, और हो सकता है कि जल्द ही अपनी पार्टी की घोषणा कर दे।

पटना (बिहार). राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले प्रशांत किशोर बिहार में सत्ता बदलने के बाद काफी एक्टिव नजर आ रहे हैं। बिहार की राजनीति बदलने के लिए वे जन सुराज अभियान चला रहे है। बीते दिनों समस्तीपुर में सरकार पर बरसते नजर आए। एक बार फिर प्रेस वार्ता में प्रशांत किशोर ने वर्तमान सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते 10 साल में बिहार में छह बार प्रयोग किया गया। इनमें से पांच बार तो नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बने। एक बार जीतन राम मांझी के सीएम बनाया गया वो भी नीतीश कुमार ने ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया था। इन सभी प्रयोगों में दो बातें कॉन्सटेंट दिखती है। पहला नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री बने रहना और दूसरा बिहार की बदहाली। दोनों चीजों में इन 10 सालों में कुछ भी बदलाव नहीं आया। 

बिहार के विकास के बारे में नहीं हो रही चर्चा
प्रशांत किशोर ने कहा बीते 10 सालों में चाहे किसी की भी सरकार रही हो सभी अपने-अपने हित में लगे हैं। बिहार के विकास के बारे में कोई भी चर्चा नहीं कर रहा है। 2012 में जब से एनडीए की सरकार चल रही थी उस समय जब नीतीश कुमार एनडीए से अलग हुए तो पहले अकेले सरकार चलाई फिर चुनाव हारने के बाद जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया। फिर आरजेडी के साथ महागठबंधन बना 2015 में चुनाव लड़े। उसके बाद 2017 में एनडीएम में वापस चले गए। फिर 2020 मे एनडीए के साथ चुनाव लड़ा उसके बाद 2022 में एनडीए से अलग होकर महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बना ली। 

Latest Videos

नए महागठबंधन में सात दल शामिल हैं
प्रशांत किशोर ने कहा कि अभी जिस नए महागठबंधन मे नीतीश कुमार शामिल हुए हैं अौर सरकार बनाई है। वह एक नई गठबंधन है। इसमें सात दल शामिल है। इससे पहले के गठबंधन में लेफ्ट की पार्टियां शामिल नहीं थी। 2015 के मुकाबले इस नए गठबंधन में चार नई पार्टियां शामिल हैं। 

गठबंधन में जितने अधिक दल वो उतना ही अस्थिर 
प्रशांत किशोर ने कहा कि राजनीतिक एक्सपर्ट से लेकर सभी का मानना है कि गठबंधन में जितने अधिक दल शामिल होंगे। वो गठबंधन उतना ही कमजोर होता है। उसमें अस्थिरता होती है। सभी दलों को एक साथ मिलाकर सरकार चलाना उतना ही कठिन होता है। इस सरकार को भी सभी को साथ लेकर चलना मुश्किल होगा। अभी से ही सरकार के सामने परेशानी आने लगी है। कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने बिहार को लेकर कहा था कि कांग्रेस ठगा हुआ महसूस कर रही है। कांग्रेस के कम लोगों को सरकार में जगह मिली। अभी तो ये शुरूआत है। आने वाले समय में ये सरकार चलने वाली नहीं हैं।

यह भी पढ़े- जमशेदपुर के घाघीडीह जेल में कैदी की हत्या मामलाः कोर्ट ने 15 आरोपियों को फांसी की तो 7 को 10 साल की सजा सुनाई

Share this article
click me!

Latest Videos

दिल्ली चुनाव से पहले केजरीवाल को कोर्ट से लगा झटका, कर दिया इनकार । Arvind Kejriwal । Delhi HC
UP bypoll Election 2024: 3 सीटें जहां BJP के अपनों ने बढ़ाई टेंशन, होने जा रहा बड़ा नुकसान!
Maharashtra Election: CM पद के लिए कई दावेदार, कौन बनेगा महामुकाबले के बाद 'मुख्य' किरदार
SC on Delhi Pollution: बेहाल दिल्ली, कोर्ट ने लगाई पुलिस और सरकार को फटकार, दिए निर्देश
'मणिपुर को तबाह करने में मोदी साझेदार' कांग्रेस ने पूछा क्यों फूल रहे पीएम और अमित शाह के हाथ-पांव?