परिवार में सबसे बड़ी बहन थीं Lata Mangeshkar, उनके भाई-बहनों ने भी संगीत के क्षेत्र में बनाया है खास मुकाम

अपनी जादुई आवाज से पूरे देश पर राज करने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Died) का 6 फरवरी, रविवार को कोविड की जटिलताओं के चलते निधन हो गया। लता जी के निधन (Lata Mangeshkar Death) पर 2 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

उज्जैन. भारत रत्न लता मंगेशकर के पिता दीनानाथ मंगेशकर स्वयं संगीत के क्षेत्र से जुड़े थे। इसी का प्रभाव उनके सभी बच्चों पर भी हुआ। दीनानाथ मंगेशकर (Deenanath Mangeshkar) के परिवार में उनकी सबसे बड़ी पुत्री लता, उसके बाद मीना, आशा, उषा और ह्रद्यनाथ हैं। दीनानाथ मंगेशकर का निधन अल्पायु में ही हो गया था, लेकिन इसके बाद भी उनकी सभी संतानों ने संगीत के क्षेत्र में एक अलग मुकाम हासिल किया। जानिए लता मंगेशकर के भाई-बहनों के बारें में…

मीना खड़ीकर (Meena Kharikar)
इनका जन्म 8 सितंबर 1931 को हुआ है। मीना खडीकर ने कई मराठी और हिंदी गाने लिखे हैं और गाए भी हैं। सिर्फ यही नहीं उन्होंने एक किताब भी लिखी है, जिसका नाम 'मोठी तिची सावली' है। इस किताब का हिंदी अनुवाद भी आ चुका है, जिसका नाम 'लता दीदी और मैं' है। इस किताब में मीना खडीकर ने लता मंगेशकर की जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातें लिखी हैं। इन्हें रेडियो मिर्ची का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (मराठी) मिला है। मीना बहुत अच्छी संगीतकार, गायिका और लेखिका हैं। 

आशा भोसले (Asha Bhosle)
इनका जन्म 8 सितम्बर 1933 में हुआ था। ये हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर पार्श्वगायिका हैं। लता मंगेशकर की छोटी बहन और दिनानाथ मंगेशकर की पुत्री आशा ने फिल्मी और गैर फिल्मी लगभग 16 हजार गाने गाये हैं और इनकी आवाज़ के प्रशंसक पूरी दुनिया में फैले हुए हैं। हिंदी के अलावा उन्होंने मराठी, बंगाली, गुजराती, पंजाबी, भोजपुरी, तमिल, मलयालम, अंग्रेजी और रूसी भाषा के भी अनेक गीत गाए हैं। आशा भोंसले ने अपना पहला गीत वर्ष 1948 में सावन आया फिल्म चुनरिया में गाया। आशा की विशेषता है कि इन्होंने शास्त्रीय संगीत, गजल और पॉप संगीत हर क्षेत्र में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है और एक समान सफलता पाई है। 

Latest Videos

उषा मंगेशकर (Usha Mangeshkar)
स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की छोटी बहन उषा मंगेशकर (usha Mangeshkar) का का जन्म 15 दिसंबर को 1935 में मध्यप्रदेश में हुआ था। उषा ने अपने सिंगिंग करियर में हिंदी, मराठी, बंगाली, भोजपुरी, नेपाली, आसामी और कन्नड़ सभी भाषाओं में गाना गाया है। उषा मंगेशकर ने बॉलीवुड फिल्म 'सुबह का तारा' में 'मेरी बड़ी भाभी आई' से डेब्यू किया था। उषा ने प्लेबैक सिंगर के तौर पर 1935 में अपने करियर की शुरुआत की थी, उन्होंने कई लो बजट फिल्मों में गाना गाया था। उनके काम को पहचान 1975 में आई फिल्म 'जय संतोषी मां' से मिली थी। इस फिल्म में उन्होंने 'मैं तो तेरी आरती उतारु' गाना गाया था। इस गाने ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।

हृदयनाथ मंगेशकर (Hridaynath Mangeshkar)
इनका जन्म 26 अक्तूबर 1937 को महाराष्ट्र में हुआ था। संगीत और कला से संबंध रखने वाले परिवार से आने की वजह से उनकी रुचि हमेशा से संगीत की ओर रही। हृदयनाथ मंगेशकर ने अपनी पूरी पढ़ाई महाराष्ट्र से की थी। संगीत की दुनिया में उन्होंने शुरुआत साल 1955 में मराठी फिल्म आकाश गंगा से की थी। इसके बाद उन्होंने कई मराठी फिल्मों के लिए संगीत बनाए। हृदयनाथ मंगेशकर ने संसार, जानकी और चानी सहित कई मराठी फिल्मों में संगीत दिया और अपनी एक अलग पहचान बनाई। इसके अलावा हृदयनाथ मंगेशकर ने कुछ बॉलीवुड फिल्मों को भी संगीत दिया है। वह हरीशचंद्र तारामती, प्रार्थना, लेकिन, माया मेमसाब, लाल सलाम और मशाल सहित बॉलीवुड फिल्मों में स्कोर संगीत दे चुके हैं।


 

ये भी पढ़ें...

Lata Mangeshkar के पिता को किसने दी थी “संगीत रत्न” की उपाधि, लताजी ने ही किया था इस बात का खुलासा


स्कूलों में प्रार्थना के रूप में गाया जाता था Lata Mangeshkar का ये गीत, ये फिल्मी भजन भी हुए सुपर हिट

कभी इस धर्म स्थल पर था पुर्तगालियों का कब्जा, आज लोग कहते हैं “लता मंगेशकर का मंदिर”, जानिए क्यों खास है स्थान

कभी गोवा के इस मंदिर के पुजारी थे Lata Mangeshkar के दादाजी, यहीं से मिला इन्हें “मंगेशकर” उपनाम

लता मंगेशकर स्मृति शेष : पहली कमाई में मिले थे मात्र ₹25, स्टेज परफॉर्मेंस से हुई थी शुरुआत

Lata Mangeshkar का खाना पहले मजरुह सुल्तानपुरी चखते थे, इसके बाद वह खाती थी, जानिए क्यों

घर की आर्थिक स्थिति खराब थी, पर पिता को बिल्कुल पंसद नहीं था लता मंगेशकर फिल्मों में गाना गाएं या काम करें

लता मंगेशकर के निधन की खबर ने 'आंखों में भरा पानी' राजनीति के दिग्गजों ने कुछ इस तरह किया याद

लता मंगेशकर के 'ऐ मेरे वतन के लोगों' गीत ने नेहरू ही नहीं मोदी को भी कर दिया था भाव- विभोर, देखें क्या हुआ था

Share this article
click me!

Latest Videos

'ये सरकार ने जान बूझकर...' संभल में बवाल पर अखिलेश का सबसे बड़ा दावा, कर देगा हैरान
महाराष्ट्र में महायुति की ऐतिहासिक जीत के साथ महा विकास अघाड़ी को लगा है एक और जबरदस्त झटका
राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई तीखी बहस
संभल मस्जिद विवाद: हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा पर रोक, स्कूल-कॉलेज बंद
संभल जामा मस्जिद: क्यों उग्र हो गई भीड़, हालात हुए तनावपूर्ण । Sambhal Jama Masjid Dispute