रिकी केज ने Asianet Newsable को बताया कि बिक्रम और मैंने 'वंदे भारतम' को 26 जनवरी 2022 के गणतंत्र दिवस परेड के लिए ही बनाया था। यह काफी शानदार आयोजन था जिसमें पूरे भारत के 500 नृत्यांगनाओं ने इस म्यूजिक पर नृत्य किया।
मुंबई. ग्रैमी विजेता भारतीय संगीतकार रिकी केज (Grammy-winning Indian composer Ricky Kej ) और तबला वादक बिक्रम घोष (Bikram Ghosh) ने 12 मिनट की 'वंदे भारतम' (Vande Bharatam) साउंडट्रैक बनाई है। जिसे इस गणतंत्र दिवस (Republic Day 2022) परेड में बजाया गया था। सोमवार शाम यानी 21 फरवरी को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा 'वंदे भारतम' अलबम को जारी किया गया। अलबम रिलीज से पहले रिकी केज से एशियानेट न्यूजेबल ने बातचीत की।
रिकी केज ने Asianet Newsable को बताया कि बिक्रम और मैंने 'वंदे भारतम' को 26 जनवरी 2022 के गणतंत्र दिवस परेड के लिए ही बनाया था। यह काफी शानदार आयोजन था जिसमें पूरे भारत के 500 नृत्यांगनाओं ने इस म्यूजिक पर नृत्य किया। इसे आज डिजिटल म्यूजिक प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया है।
40 संगीतकारों ने मिलकर इसे बनाया
इस गाने के लिए 40 संगीतकारों को साथ लाया गया। रिकी केज ने इसे बताते हुए कहा कि इसे बनाते वक्त हमारे मन में यही था कि हर कोई इस संगीत की सराहना करे। भारत में ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसे लोग पसंद करें।
बिक्रम घोष से पहले नहीं मिला था
इस म्यूजिक में मशहूर तबलावादक बिक्रम घोष को लेकर रिकी केज ने बताया कि मैं उनसे कभी नहीं मिला था। लेकिन संयोग से केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा बिक्रम घोष के साथ काम करने के प्रस्ताव के ठीक दो दिन पहले बिक्रम और मैं कोलकाता में डिनर पर मिले थे। मैं वहां एक सभा में गया था और वहां रात्रि भोज का आयोजन किया गया था जिसमें बिक्रम भी आए थे। हमारी पहली मुलाकात वहीं हुई। इसके दो दिन बाद हमें एक साथ म्यूजिक बनाने को कहा गया। हमने तुरंत प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और साथ काम करने का फैसला किया।
बॉलीवुड में इस वजह से नहीं बनाते रिकी केज संगीत
बॉलीवुड में संगीत नहीं देने को लेकर रिकी केज ने कहा कि मैं केवल एक ही प्रकार का संगीत बनाता हूं जो पर्यावरण, स्थिरता और समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने वाला होता है। मैं पॉप संगीत नहीं बनाता। मैंने खुद को एक उद्देश्य के लिए संगीत बनाने के लिए समर्पित कर दिया है क्योंकि मैं इसके बारे में बहुत दृढ़ता से महसूस करता हूं।
संगीत से लाइ जा सकती है क्रांति
उन्होंने आगे कहा कि संगीत लोगों जो जगाने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम है। संगीत के जरिए पूरी दुनिया में क्रांति लाई गई है। दुनिया भर की घटनाएं जैसे कि महामंदी या भारत की स्वतंत्रता, हमेशा ऐसे गीत होते हैं जो इससे जुड़े होते हैं। इस दुनिया के हर देश में बिना किसी अपवाद के, एक राष्ट्रगान होता है। यह संगीत ही है जो पूरे देश को बांधे रखता है। यह गर्व की भावना और देशभक्ति की भावना पैदा करता है, जिस क्षण किसी राष्ट्रगान के पहले विशेष नोट बजाए जाते हैं। संगीत का अगर सही इस्तेमाल किया जाए तो यह समाज में सकारात्मक प्रभाव ला सकता है।
और पढ़ें:
SANJAY DUTT 400 करोड़ रुपये के मेगा बजट की फिल्म में आएंगे नजर, सेकंड वर्ल्ड वॉर पर बन रही मूवी
भोजपुरी एक्ट्रेस AALAYNAA DATTA ने बिकिनी में ढाया कहर, फरफेक्ट फिगर देख फैंस बोले- आग हो आप