कोरोना संकट के बीच अप्रैल माह में शेयर बाजार ने तोड़े 10 साल के सभी रिकॉर्ड, मार्केट में 19% की तेजी

अगर हम सेक्टर वाइज इस तेजी को देखे तो गुरूवार को हेल्थ सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स यानि ऑटो, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, मेटल, ऑयल एंड गैस, पीएसयू, टेक में तेजी देखने को मिली। 

Asianet News Hindi | Published : Apr 30, 2020 6:34 PM IST

मुंबई. अमेरिका में राहत पैकेज की उम्मीद के चलते ग्लोबल मार्केट में भारी तेजी आई है। इसका असर एशियाई बाजारों में भी  देखने को मिला है। सेंसेक्स भी गुरूवार को 997.46 अंक यानी 3.05 फीसदी की बढ़त के साथ 33,717.62 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 3.21% की बढ़त के साथ 9,859.90 के स्तर पर बंद हुआ। बतादें कि अप्रैल महीने में  10 साल में इस महीने की सबसे बड़ी तेजी है। 

इन सेक्टर्स में आई तेजी
अगर हम सेक्टर वाइज इस तेजी को देखे तो गुरूवार को हेल्थ सेक्टर को छोड़कर बाकी सभी सेक्टर्स यानि ऑटो, कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, आईटी, मेटल, ऑयल एंड गैस, पीएसयू, टेक में तेजी देखने को मिली। वहीं बैंक निफ्टी में भी 490 अंको की बढ़त देखने को मिली। ब्रॉडर इंडेक्स में बीएसई मिडकैप, बीएसई स्मॉल कैप और सीएनएक्स मिडकैप भी 1 फीसदी तक की  बढ़त के साथ बंद हुए।

गुरूवार को फायदे और नुकसान वाले शेर्यस
सबसे ज्यादा फायदे वालों शेर्यस की बात करें तो इसमें टाटा मोटर्स (19.26 फीसदी), यूपीएल (14.99 फीसदी), वेदांता (13.71 फीसदी), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (12.60 फीसदी), ओएनजीसी (10 फीसदी), एचसीएल टेक्नोलॉजी (10 फीसदी), हीरो मोटोकॉपर्प (9.02 फीसदी), मारुति सुजुकी (5.72 फीसदी) और टाटा स्टील (5.50 फीसदी) की बढ़त के साथ बंद हुए।

वहीं, नुकसान वाले शेयर्स में आज सन फार्मा (2.60 फीसदी), एचयूएल (2.18 फीसदी), एशियन पेन्ट्स (0.98 फीसदी), सिप्ला (0.79 फीसदी), इंडसइंड बैंक (0.54 फीसदी) की गिरावट के साथ बंद हुए।

बाजार में तेजी के कारण रूपया भी मजबूत
ग्लोबल मार्केट में तेजी के कारण रूपये में भी तेजी देखने को मिली। डॉलर के मुकाबले रूपये में 57 पैसे प्रति डॉसर की तेजी आई। यह मजबूती आज घरेलू इक्विटी बाजार में बड़ी खरीदारी की वजह से देखने को मिली। आज बाजार में दिनभर की खरीदारी के बाद बीएसई मार्केट कैप में 3.13 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। वहीं अगर पूरे अप्रैल में निवेशकों की कमाई की बात करें तो कोरोना महामारी के कारण लगातार उतार-चढ़ाव के बाद भी नए वित्त वर्ष के पहले महीने में निवेशकों को कुल 19.06 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। 
 

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