वर्तमान समय में डिजिटल भुगतान का बोलबाला हो गया है। अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन ट्रांजेकशंस की ओर बढ़ रहे हैं, उसी से संबंधित धोखाधड़ी भी बढ़ रही है। हालांकि, किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेकशन को करते समय बेहद सतर्क रहना चाहिए।
बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े लेंडर भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कसटमर्स को क्यूआर कोड स्कैन को लेकर आगाह किया है। सबसे बड़ सरकारी बैंक ने लोगों को अननोन क्यूआर कोड स्कैन नहीं करने और यूपीआई पिन दर्ज करने के लिए सतर्क किया है। वर्तमान समय में डिजिटल भुगतान का बोलबाला हो गया है। अधिक से अधिक लोग ऑनलाइन ट्रांजेकशंस की ओर बढ़ रहे हैं, उसी से संबंधित धोखाधड़ी भी बढ़ रही है। हालांकि, किसी भी ऑनलाइन ट्रांजेकशन को करते समय बेहद सतर्क रहना चाहिए। लोगों को धोखा देने के लिए क्यूआर कोड धोखेबाजों के बीच तेजी से लोकप्रिय तरीका बन गया है।
एसबीआई ने किया इस तरह सतर्क
एसबीआई ने एक छोटा वीडियो शेयर किया है जिसमें बताया गया है कि कैसे QR कोड स्कैन करने से आपके बैंक खाते से पैसे डेबिट हो जाएंगे। एसबीआई ने ट्वीट किया है, "क्यूआर कोड स्कैन करें और धन प्राप्त करें? #YehWrongNumberHai। क्यूआर कोड घोटाले से सावधान रहें! स्कैन करने से पहले सोचें, अज्ञात, असत्यापित क्यूआर कोड को स्कैन न करें। सतर्क रहें और #SafeWithSBI रहें!"
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क्यूआर कोड क्या होते हैं?
यह एक प्रकार का बारकोड है जो सूचना को वर्गाकार आकार के ग्रिड में पिक्सेल की एक श्रृंखला के रूप में संग्रहीत करता है। क्यूआर कोड में संग्रहीत डेटा में वेबसाइट यूआरएल, फोन नंबर या टेक्स्ट के 4,000 अक्षरों तक शामिल हो सकते हैं। पहली क्यूआर कोड सिस्टम का आविष्कार जापानी कंपनी डेंसो वेव द्वारा किया गया था, जो टोयोटा की सहायक कंपनी है।