दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एप्पल इंक (Apple Inc) ने भारत में आईफोन-12 (iPhone 12) का उत्पादन (असेंबलिंग) करना शुरू कर दिया है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के 'मेक इन इंडिया' (Make in India) कार्यक्रम की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है।
बिजनेस डेस्क। दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी एप्पल इंक (Apple Inc) ने भारत में आईफोन-12 (iPhone 12) का उत्पादन (असेंबलिंग) करना शुरू कर दिया है। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के 'मेक इन इंडिया' (Make in India) कार्यक्रम की बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। बताया गया है कि ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन (Foxconn) एप्पल के तमिनलाडु में स्थित प्लान्ट में डिवाइस का प्रोडक्शन करेगी। बता दें कि अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापारिक युद्ध की वजह से एप्पल अपने प्रोडक्शन यूनिट्स को चीन के बाहर के बाजारों में स्थानांतरित कर रहा है। एप्पल ने भारत में थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरर्स फॉक्सकॉन (Foxconn) और विस्ट्रॉन (Wistron) के साथ मिल कर आईफोन बनाने के लिए समझौता किया है। इनमें iPhone SE, iPhone 10R और iPhone 11 शामिल हैं।
2017 में शुरू किया था उत्पादन
एप्पल ने भारत में iPhone SE से मैन्युफैक्चरिंग की शुरुआत 2017 में की थी। एप्पल ने एक बयान जारी करके कहा है कि भारत में अपने ग्राहकों के लिए आईफोन 12 का उत्पादन शुरू करके कंपनी गर्व महसूस कर रहूी हैं। अमेरिका के कैलिफोर्निया में क्यूपर्टिनो (Cupertino) स्थित कंपनी ने सप्लाई पार्टनर्स का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सूत्रों ने बताया कि Foxconn भारत में आईफोन का प्रोडक्शन करेगी। वहीं, एक ट्वीट में इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि भारत को मोबाइल और कम्पोनेंट मैन्युफैक्चरिंग का बड़ा हब बनाने की कोशिशों को दुनिया भर से अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि इससे बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होंगी।
एप्पल को भारत में है ग्रोथ की उम्मीद
एप्पल का मुकाबला प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में सैमसंग और वनप्लस जैसी कंपनियों से है। वहीं, अलग ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ स्मार्टफोन वाली यह एकमात्र कंपनी है। बता दें कि इस साल जनवरी में एप्पल के सीईओ टिम कुक (Tim Cook) ने कहा था कि कंपनी ने दिसंबर तिमाही में भारत में आपने कारोबार को दोगुना कर लिया है।
कितना बढ़ेगा उत्पादन
जानकारी के मुताबिक फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन मिलकर भारत में अगले 5 साल में 90 करोड़ डॉलर के आईफोन का उत्पादन करेंगी। यह भारत सरकार के 6.7 अरब डॉलर का स्मार्टफोन निर्यात लक्ष्य को पाने में मददगार साबित होगा।