वॉरेन बफे ने महज 12 साल की उम्र से ही शेयर बाजार में निवेश शुरू कर दिया था। जानिए कैसे उन्होंने अपनी मेहनत और सूझबूझ से बर्कशायर हैथवे जैसी कंपनी खड़ी की और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में अपनी जगह बनाई।
Warren Buffet Success Story: आपने कभी सोचा है कि खेलने-खाने की उम्र में कोई बंदा कुछ ऐसा काम कर जाए कि दुनिया उसे कभी न भूल पाए। बर्कशायर हैथवे के मालिक और दिग्गज निवेशक वॉरेन एडवर्ड बफे (Warren Edward Buffett) वो शख्स हैं, जिन्होंने महज 12 साल की उम्र से ही शेयरों में इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया था। खास बात ये है कि इस छोटी उम्र में उनके द्वारा खरीदे गए शेयरों ने उन्हें न सिर्फ मुनाफा दिया, बल्कि आगे भी इन्वेस्टमेंट की दुनिया में उतरने का चस्का लगा दिया।
बचपन से मार्केट को देखते हुए पले-बढ़े वॉरेन बफे
30 अगस्त, 1930 को अमेरिका के नेब्रास्का में पैदा हुए वॉरेन बफे का नाम दुनिया के सबसे अमीर निवेशकों में शामिल है। वॉरेन बफे के पिता एक स्टॉक ब्रोकर थे, जिसके चलते वॉरेन बफे स्टॉक मार्केट को देखते हुए ही बड़े हुए। धीरे-धीरे उनका इंटरेस्ट भी इस फील्ड में नजर आने लगा।
12 साल की उम्र में खरीदे इस कंपनी के 3 Stock
वॉरेन बफे जब 12 साल के थे, तभी उन्होंने 1942 में अमेरिकन पेट्रोलियम कंपनी सिटीज सर्विस के 3 शेयर खरीदे। करीब 4 महीने बाद उन्हें इन शेयरों से 5 डॉलर का प्रॉफिट हुआ। इसके बाद तो वॉरेन की शेयरों मार्केट में दिलचस्पी और बढ़ गई।
14 साल की उम्र में शेयर मार्केट से कमाए 225 डॉलर
वॉरेन बफेट ने शेयर मार्केट में पैसा लगाकर 1944 में करीब 225 डॉलर का मुनाफा कमाया। इसके बाद तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। हालांकि, तब कोई नहीं जानता था कि 14 साल का ये टीनेजर बच्चा एक दिन पूरी दुनिया पर राज करेगा। बता दें कि 2008 में Forbes द्वारा जारी की गई अमीरों की लिस्ट में वॉरेन बफे दुनिया के सबसे अमीर शख्स बन गए थे।
1965 में रखी बर्कशायर हैथवे की नींव
दुनिया के सबसे कामयाब निवेशकों में शुमार वॉरेन बफे बर्कशायर हैथवे के चेयरमैन और CEO हैं। इस कंपनी की स्थापना 1839 में एक टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरर के रूप में हुई थी। 1956 में वॉरेन ने 'बफेट पार्टनरशिप लिमिटेड' की स्थापना की। बाद में उन्होंने अपने दोस्त चार्ली मुंगर के साथ मिलकर 1965 में टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरर कंपनी बर्कशायर हैथवे का अधिग्रहण कर लिया।
दुनिया में सबसे महंगा है वॉरेन बफे की कंपनी का शेयर
बर्कशायर हैथवे S&P 500 इंडेक्स की टॉप-10 कंपनियों में से एक है। इसके शेयर की कीमत दुनिया की किसी भी सार्वजनिक कंपनी की तुलना में सबसे ज्यादा 4,59,800 डॉलर हैं। इस स्टॉक का 52 वीक हाई 6,47,039 डॉलर है। कंपनी का बोर्ड हमेशा से ही शेयरों को स्प्लिट करने के खिलाफ रहा है। यही, वजह है कि ये दुनिया का सबसे महंगा शेयर है।
56 की उम्र में अरबपति बने वॉरेन बफे
बता दें कि वॉरेन बफे 56 साल की उम्र यानी 1986 में अरबपति बन गए थे। कहा जाता है कि उन्होंने अपनी 99 प्रतिशत दौलत 50 साल की उम्र के बाद कमाई है। कहा जाता है कि आज के दौर में वॉरेन बफे वो शख्स हैं, जो दुनियाभर के शेयर बाजारों की चाल को अपने कंट्रोल में रखते हैं। दिग्गज निवेशक पैसे कमाने के लिए सिर्फ और सिर्फ कंपाउंडिंग कैल्कुलेशन को अपनाते हैं। उनका मानना है कि जब सभी लोग निवेश कर रहे हों और बाजार तेजी से चढ़ रहा हो तो मार्केट से दूर रहें। वहीं, गिरावट में जब लोग शेयर बेचकर हड़बड़ी में दूर रहें, तो निवेश के मौके तलाशें।
84 लाख करोड़ की फर्म के मालिक हैं वॉरेन बफे
बता दें कि 28 अगस्त 2024 को वॉरेन बफे की कंपनी Berkshire Hathaway का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर यानी 84 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया। आज के समय में दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी NVIDIA से लेकर Apple, कोका-कोला, मूडीज, The Vanguard Group, BlackRock, State Street Corporation, Geode Capital Management, Morgan Stanley, Northern Trust, BNY Mellon और Norges Bank में उनकी हिस्सेदारी है। बता दें कि उन्होंने कुछ दिन पहले ही आईफोन बनाने वाली एपल में अपनी करीब 50% हिस्सेदारी बेच दी है।
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