SIP vs Lumpsum : जानें म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट के लिए कौन है बेस्ट?

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आप चाहे एसआईपी के जरिए पैसा निवेश करें या एकमुश्त निवेश का विकल्प अपनाएं दोनों ही ऑप्शन में पैसा म्यूचुअल फंड स्कीम में ही जाएगा। म्यूचुअल फंड निवेश के सभी फायदे दोनों तरह के निवेश में मिलते हैं।

बिजनेस डेस्क : आजकल निवेश के लिए म्यूचुअल फंड हर किसी की फेवरेट बन रहा है। इसमें पैसा लगाने के दो ऑप्शन होते हैं। पहला SIP और दूसरा एकमुश्त (Lumpsum)...ऐसे में सवाल कि आखिर ज्यादा रिटर्न के लिए दोनों में से कौन का विकल्प ज्यादा अच्छा है? फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के अनुसार, एकमुश्त निवेश में सिर्फ अपनी पसंद की म्यूचुअल फंड स्कीम में एक राशि निवेश की जाती है, जबकि एसआईपी म्यूचुअल फंड स्कीम में एक तय राशि के नियमित निवेश का सिस्टमैटिक तरीका होता है। यह हर महीने की एक निश्चित तारीख पर निवेश की जाती है। दोनों ही निवेश अच्छे माने जाते हैं। दोनों के अलग-अलग फायदे हैं। आइए जानते हैं...

SIP या एकमुश्त कौन सा निवेश ज्यादा बेहतर

Latest Videos

आप चाहे एसआईपी के जरिए पैसा निवेश करें या एकमुश्त निवेश का विकल्प अपनाएं दोनों ही ऑप्शन में पैसा म्यूचुअल फंड स्कीम में ही जाएगा। म्यूचुअल फंड निवेश के सभी फायदे दोनों तरह के निवेश में मिलते हैं। दोनों में अंतर निवेश के तरीके और फ्रीक्वेंसी में होता है। हालांकि, कई ऐसी बारीकियां होती है, जिसे बारीकी से समझने की भी जरूरत होती है। एकमुश्त निवेश में पूरी रकम एक ही बार में और एक तय एनएवी पर म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर दी जाती है। बाजार के जिस लेवल पर निवेश किया है, उसका आखिरी रिटर्न पर कुछ प्रभाव पड़ सकता है। जबकि एसआईपी निवेश बाजार के लेवल पर चलता है, इस पर आपका कंट्रोल नहीं होगा। एसआईपी तय तारीख पर निश्चित राशि से होती है, इसलिए इसका म्यूचुअल फंड निवेश के बाजार के समय से संबंध नहीं होता है।

बाजार का किस पर ज्यादा असर

एसआईपी में आपका निवेश समय-समय पर हफ्ते या महीने में किया जाता है। एकमुश्त निवेश के निश्चित खरीद एनएवी है और बाजार में गिरावट का इस पर कोई असर नहीं पड़ता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दो फैक्टर एसआईपी और एकमुश्त निवेश को अलग बनाते हैं। पहला- एसआईपी में बचत की आदत जल्दी बन जाती है, क्योंकि इसमें लॉन्ग टर्म में पैसा बनता है और कंपाउंड इंट्रेस्ट पर ज्यादा पैसा मिलने की उम्मीद होती है। दूसरा- अधिकांश निवेशक समय-समय पर सैलरी या कमीशन पाते हैं, इसलिए एसआईपी आउटफ्लो इनकम फ्लो से सिंक्रनाइज है। एसआईपी म्यूचुअल फंड निवेश इसे काफी सिंपल और आसान बना देता है।

एसआईपी या एकमुश्त किसमें पैसा लगाएं

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स इस सवाल को लेकर कहते हैं कि इसका कोई नियम नहीं है। आप अपने हिसाब से किसी को भी चुन सकते हैं। उनका कहना है कि अगर आपकी इनकम पीरियोडिक और स्टेबल है, तब तो एसआईपी फिट बैठता है। वहीं, अगर आपके पास पैसा अनियमित तौर पर आता है तो आप एकमुश्त का विकल्प चुन सकते हैं। दोनों के अपने-अपने फायदे और अपने-अपने नुकसान हैं, इसलिए एक्सपर्ट्स दोनों की तुलना को सही नहीं मानते हैं।

इसे भी पढ़ें

Marriage Loan : जानें शादी के लिए लोन लेना कितना सही?

 

किसानों की जिंदगी बदल सकती हैं ये 5 स्कीम, कभी नहीं होंगे परेशान !

 

 

Share this article
click me!

Latest Videos

महज चंद घंटे में Gautam Adani की संपत्ति से 1 लाख Cr रुपए हुए स्वाहा, लगा एक और झटका
PM Modi Guyana Visit: 'नेताओं का चैंपियन'... मोदी को मिला गुयाना और डोमिनिका का सर्वोच्च सम्मान
Maharashtra Jharkhand Exit Poll से क्यों बढ़ेगी नीतीश और मोदी के हनुमान की बेचैनी, नहीं डोलेगा मन!
'गौतम अडानी गिरफ्तार हों' Rahul Gandhi ने PM Modi पर लगाया एक और बड़ा आरोप
कानूनी प्रक्रिया: अमेरिकी न्याय विभाग से गिरफ्तारी का वारंट, अब अडानी केस में आगे क्या होगा?