ईरान-इजराइल में बढ़ते तनाव से मध्य-पूर्व में युद्ध की स्थिति बन गई है। इसका असर भारतीय कंपनियों और शेयर बाजार पर पड़ रहा है। इससे कुछ कंपनियों को नुकसान तो कुछ को फायदा हो सकता है।
बिजनेस डेस्क : ईरान के अटैक के बाद इजराइल की जो धमकी आई है, उससे पूरे मिडिल-ईस्ट (Middle East) में तनाव बढ़ गया है। इसका असर पूरी दुनिया पर देखा जा रहा है। हर तरफ टेंशन बढ़ रही है, शेयर बाजार हिले पड़े हैं, महंगाई की चिंता सता रही है, कई भारतीय कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है लेकिन कुछ कंपनियों का इस युद्ध से फायदा भी हो सकता है। दरअसल, भारत की कई कंपनियां ईरान-इजराइल (Iran Israel) से जुड़े कारोबार करती हैं। जिन पर इस जंग का असर पड़ सकता है।
भारत का ईरान-इजराइल से व्यापार
ईरान और इजराइल दोनों के साथ भारत के व्यापारिक संबंध है। पिछले साल दोनों देशों से करीब 1.1 लाख करोड़ का कारोबार हुआ था। ईरान के साथ 20,800 करोड़ का ट्रेड किया था। इसमें चाय, कॉफी, बासमती चावल और चीनी जैसे सामानों का निर्यात था। वहीं, इसी दौरान इजरायल के साथ 89,000 करोड़ का कारोबार हुआ। इजराइल में भारतीय कंपनियों TCS, इंफोसिस, अडानी पोर्ट्स, सन फार्मा, ल्यूपिन, SBI, विप्रो, टेक महिंद्रा, NMDC, कल्याण ज्वैलर्स, टाइटन और L&T का बड़ा बिजनेस है।
ईरान-इजराइल युद्ध का असर
अगर दोनों देशों के बीच जंग बढ़ती है तो कई कंपनियों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस तनाव के बीच क्रूड ऑयल की कीमतों में भी मजबूती आई है। ग्लोबल मार्केट में ब्रेंट क्रूड करीब 90 डॉलर और WTI 85 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है। इस युद्ध से अरब देशों से बासमती चावल की डिमांड बढ़ सकती है। ऐसे में कुछ कंपनियों को फायदा भी हो सकता है।
ईरान-इजराइल वॉर से इन कंपनियों का फायदा
1. ONGC
सरकारी कंपनी ओएनजीसी विदेश लिमिटेड कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से फायदा कमा सकती है। इसका असर ओएनजीसी के बिजनेस पर पड़ेगा, जो मुनाफा करा सकता है। इससे कंपनी का रेवेन्यू बढ़ सकता है।
2. ऑयल इंडिया
PSU कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) तेल एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन इंडस्ट्री में बड़ा नाम है। क्रूड ऑयल बढ़ने से इस कंपनी की कमाई भी बढ़ सकती है। इसके मार्जिन पर इसका असर पड़ सकता है।
3. इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड
प्रमुख गैस डिस्ट्रीब्यूटर इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को भी कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें फायदा पहुंचा सकती हैं। पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ने से ज्यादातर लोग सीएनजी की तरफ जा सकता हैं, जिसका फायदा कंपनी को हो सकता है।
4. इंजीनियर्स इंडिया
सिविल इंजीनियरिंग इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी इंजीनियर्स इंडिया कच्चे तेल, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स और स्लरी समेत पंपिंग और कंप्रेसर स्टेशनों को बनाती है। अगर कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती हैं तो कंपनी को अप्रत्यक्ष तौर पर ही सही फायदा हो सकता है।
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