
Kamla Pasand Story: मशहूर पान मसाला कंपनी कमला पसंद और राजश्री के मालिक कमल किशोर चौरसिया की 40 साल की बहू दीप्ति चौरसिया ने सुसाइड कर लिया है। उनका शव मंगलवार को दिल्ली के वसंत विहार के घर में पंखे से लटका मिला। दीप्ति की शादी 2010 में हरप्रीत चौरसिया से हुई थी। उनका एक बेटा भी है। देश में पान मसाला और गुटखा इंडस्ट्री की बात हो और कमला पसंद (Kamla Pasand) का नाम सबसे पहले आता है। कानपुर की गलियों से शुरू हुआ यह ब्रांड आज देशभर में अपनी मजबूत मार्केट प्रेज़ेंस, बड़े डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क और करोड़ों के कारोबार के लिए जाना जाता है। इस आर्टिकल में जानिए कमला पसंद कंपनी कब शुरू हुई, इसका मालिक कौन है, किन-किन शहरों में कारोबार फैला है, कंपनी कौन-कौन से प्रोडक्ट्स बनाती है...
कमला पसंद एक मशहूर भारतीय पान मसाला और गुटखा ब्रांड है, जिसे दो प्रमुख कंपनियां मार्केट करती हैं। पहली केपी ग्रुप (KP Group) और दूसरी कमल कांत एंड कंपनी एलएलपी (Kamla Kant & Company LLP)। इस ब्रांड के पीछे चौरसिया परिवार की बिजनेस लेगेसी है, जो कई दशकों से तंबाकू और पान मसाला उद्योग में सक्रिय है। ब्रांड के मुख्य प्रमोटर कमल कांत चौरसिया और कमल किशोर चौरसिया हैं।
ट्रेडमार्क रिकॉर्ड के अनुसार, कमला पसंद नाम का इस्तेमाल 1965 से तंबाकू कैटेगरी में किया जा रहा है। बाद में इसे पान मसाला और गुटखा कैटेगरी में लाया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, ब्रांड के फाउंडर कमल कांत चौरसिया ने करीब 40-50 साल पहले कानपुर के फी्ल खाना इलाके की एक छोटी गुमटी से ढीला पान मसाला बेचना शुरू किया था। यहीं से उनकी मेहनत, नेटवर्क और अनुभव ने मिलकर इसे एक बड़े कारोबारी साम्राज्य में बदल दिया।
ब्रांड कई कैटेगरी में अपने प्रोडक्ट्स बेचता है, उनमें मुख्य प्रोडक्ट्स पान मसाला, गुटखा, चूइंग तंबाकू, सुपारी और माउथ फ्रेशनर है। रजिस्टर्ड सब ब्रांड्स में कमला पसंद गुटखा (Kamla Pasand Gutkha), कमला पसंद गोल्ड डस्ट (Kamla Pasand Gold Dust), कमला पसंद ब्लू सफायर (Kamla Pasand Blue Sapphire) और शाही कमला पसंद (Shahi Kamla Pasand) हैं। इन ट्रेडमार्क्स के जरिए कंपनी ने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो को मजबूत और कानूनी तौर पर सुरक्षित रखा है।
केपी ग्रुप और कमल कांत एंड कंपनी (Kamla Kant & Co.) ने अपना कारोबार देश के प्रमुख शहरों में फैलाया है है। इनमें कानपुर, दिल्ली, कोलकाता और मुंबई जैसे बड़े शहर हैं। उद्योग के अनुमान के अनुसार, इनका कुल कारोबार हजारों करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। ब्रांड कई इंडस्ट्री लिस्टिंग्स में टॉप पान मसाला मैन्युफैक्चरर्स में गिना जाता है।
2024 में केपी ग्रुप की कई फैक्ट्रियों पर सेंट्रल GST विभाग ने सर्च अभियान चलाया। इन्वेस्टिगेशन में बड़ी मात्रा में अनअकाउंटेड स्टॉक मिला। करोड़ों की GST देनदारी की जांच शुरू हुई इसके अलावा कमला पसंद के कई ट्रेडमार्क्स अब भी एक्टिव और रजिस्टर्ड हैं, जिससे पता चलता है कि कंपनी अपना ब्रांड कानूनी रूप से मजबूत बनाने की रणनीति रखती है।
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