ब्रिटेन में रहने वाले NRI को भारत से होने वाली इनकम पर 50% टैक्स देना पड़ेगा। वहीं, बैंक एफडी, स्टॉक मार्केट और रेंट से होने वाली आय पर मिलने वाली टैक्स छूट को 15 साल से घटाकर 4 साल किया गया है। ये कानून अगले साल अप्रैल से लागू होगा।
बिजनेस डेस्क. ब्रिटेन की सरकार ने NRI यानी गैर प्रवासी भारतीयों के लिए टैक्स से जुड़ा कानून पेश करने जा रही है। भारतीय मूल के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक की सरकार जो कानून लेकर आ रही है, गैर प्रवासी भारतीय पर इसका दोहरा असर पड़ेगा। इस नए कानून के आने से प्रवासियों की आय को प्रभावित करेगा। ऐसे में कई प्रवासी ब्रिटेन छोड़ दूसरे देशों में पलायन कर रहे है।
जानें क्या है नए कानून
ब्रिटेन में रहने वाले NRI को भारत से होने वाली इनकम पर 50% टैक्स देना पड़ेगा। वहीं, बैंक एफडी, स्टॉक मार्केट और रेंट से होने वाली आय पर मिलने वाली टैक्स छूट को 15 साल से घटाकर 4 साल किया गया है। ये कानून अगले साल अप्रैल से लागू होगा। इस कानून का असर ब्रिटेन में रहने वाले 5 लाख गैर प्रवासी भारतीयों पर पड़ेगा।
50 हजार NRI करेंगे पलायन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नए नियमों के आने के बाद 50 हजार NRI दुबई पलायन कर सकते है। दुबई लोगों की पहली पसंद इसलिए भी है क्योंकि वहां पर पर्सनल टैक्स रेट जिरो है और कॉर्पोरेट टैक्स सिर्फ 9% है। इतना ही नहीं दुबई में ऐसेट टैक्स प्रवासियों को नहीं देना पड़ता है। लेकिन ब्रिटेन में यह टैक्स 40% है। अब नए कानूनों के कारण भारतीयों का लंदन में व्यापार करने में दिलचस्पी कम हो रही है।
पहले भी सुनक सरकार पर सवाल खड़े
इससे पहले भारतीय पुजारियों के बार-बार वीजा के लिए अप्लाई किया था। लेकिन ऋषि सुनक की सरकार ने इसे खारिज कर दिया। ऐसे में ब्रिटेन सरकार पर सवाल खड़े हुए थे। दरअसल, ब्रिटेन के कई मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए पुरोहितों कमी थी। और मंदिर बंद होने के कगार पर थे। आपको बता दें कि पिछले पांच सालों में 83 हजार 468 भारतीयों ने भारत की नागरिकता छोड़ ब्रिटेन की नागरिकता ली है।
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