स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 15 जून से सभी अवधि के लिए अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स यानि MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। यानी कि आपको हर महीने EMI पहले से ज्यादा चुकाना होगा।
बिजनेस डेस्क. भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। लेकिन कई बैंकों ने लोन पर ब्याज बढ़ाना शुरू कर दिया है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने होम लोन के ब्याज में बढ़ोतरी की है। SBI ने अपने RBI की मौद्रिक नीति की बैठक के कुछ ही दिनों बाद होम लोन पर ब्याज बढ़ाने की घोषणा की है।
SBI ने MCLR में किया इजाफा
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 15 जून से सभी अवधि के लिए अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स यानि MCLR में 10 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है। यानी कि आपको हर महीने EMI पहले से ज्यादा चुकाना होगा।
जानें किस टेन्योर पर कितना MCLR बढ़ा
रेपो रेट से लोन पर असर नहीं
होम लोन सहित दूसरे रिटेल लोन एक साल की MCLR दर से जुड़े हैं। ऐसे में MCLR के बढ़ने से रेपो रेपो या ट्रेजरी बिल जैसे ट्रेडमार्क से जुड़े लोन लेने के सिस्टम पर कोई असर नहीं पड़ता है। आपको बता दें कि हाल ही में मॉनिटरी पॉलिसी की मीटिंग में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया। रेपोरेट फिलहाल 6.50% है।
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