World Most Expensive Share Story: जब भी भारत के सबसे महंगे शेयर की बात होती है, तो हमारे जेहन में सबसे पहले जो नाम आता है वो है टायर कंपनी MRF का। एमआरएफ अब भी भारत का सबसे महंगा स्टॉक है, जिसके एक शेयर की कीमत 1.21 लाख रुपए के करीब है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि दुनिया का सबसे महंगा शेयर कौन है और उसकी कीमत क्या है। जानते हैं वर्ल्ड के सबसे महंगे स्टॉक की कहानी।
दुनिया का सबसे महंगा शेयर मशहूर बिजनेसमैन और जाने-माने इन्वेस्टर वॉरेन बफे (Warren Buffett) की कंपनी बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathaway) का है। इसके एक शेयर की कीमत 6,85,000 डॉलर है। यानी रुपए के हिसाब से देखें तो इसकी कीमत 5.75 करोड़ रुपए है।
बर्कशायर हैथवे के स्टॉक की बात करें तो ये भारत के सबसे महंगे शेयर MRF से 475 गुना ज्यादा महंगा है। एमआरएफ के एक शेयर की कीमत करीब 1.21 लाख है, जबकि बर्कशायर हैथवे 5.75 करोड़ का है। यानी, एमआरएफ की तुलना में ये स्टॉक करीब 475 गुना ज्यादा है।
बर्कशायर हैथवे के सिर्फ एक शेयर की कीमत इतनी ज्यादा है कि इसे खरीदने में ही कई लोगों की जिंदगीभर की कमाई भी कम पड़ जाएगी। कंपनी के मालिक वॉरेन बफे हैं। इस कंपनी की स्थापना 1839 में एक टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरर के रूप में हुई थी। 1956 में वॉरेन ने 'बफेट पार्टनरशिप लिमिटेड' की स्थापना की। बाद में उन्होंने अपने दोस्त चार्ली मुंगेर के साथ मिलकर 1965 में टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरर कंपनी बर्कशायर हैथवे का अधिग्रहण कर लिया।
शुरुआत में बर्कशायर हैथवे के एक शेयर की कीमत महज 20 डॉलर थी। हालांकि, आज बर्कशायर हैथवे S&P 500 इंडेक्स की टॉप-10 कंपनियों में से एक है। कंपनी का बोर्ड शेयरों को स्प्लिट करने के खिलाफ रहा है। यही, वजह है कि ये दुनिया का सबसे महंगा शेयर बन चुका है। भारत के एमआरएफ को भी अब तक एक बार भी स्पिलट नहीं किया गया है, इसीलिए उसकी कीमत भी काफी ज्यादा है।
वॉरेन बफे दुनिया के जाने-माने इन्वेस्टर होने के साथ ही वर्ल्ड के छठे सबसे अमीर शख्स हैं। वो जिस कंपनी के शेयर में पैसा लगाते हैं, उसकी किस्मत चमक उठती है। 30 अगस्त, 1930 को अमेरिका के नेब्रास्का में पैदा हुए वॉरेन बफे का नाम दुनिया के सबसे अमीर निवेशकों में गिना जाता है।
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