अगले साल केंद्रीय कर्मचारियों की संख्या में हो सकती है बढ़ोतरी, भत्तों और वेतन का खर्च भी बढ़ेगा

अगले वित्त वर्ष में केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की कुल संख्या में करीब 24,500 लोगों की वृद्धि होने तथा कुल केंद्रीय कर्मियों के वेतन, भत्तों आदि का खर्च करीब 10 हजार करोड़ रुपये बढ़ने का अनुमान है

Asianet News Hindi | Published : Feb 2, 2020 1:22 PM IST

नई दिल्ली: अगले वित्त वर्ष में केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की कुल संख्या में करीब 24,500 लोगों की वृद्धि होने तथा कुल केंद्रीय कर्मियों के वेतन, भत्तों आदि का खर्च करीब 10 हजार करोड़ रुपये बढ़ने का अनुमान है।

इसमें सैन्य बलों की संख्या और उन पर खर्च का आंकड़ा शामिल नहीं है। शनिवार को लोकसभा में रखे गये बजट दस्तावेज के अनुसार, एक मार्च 2020 को केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों की कुल संख्या 35,00,941 रहने का अनुमान है जो एक मार्च 2021 तक बढ़कर 35,25,388 हो जाएगी। इस तरह अगले वित्त वर्ष में केंद्र में 24,447 कर्मचारियों की वृद्धि होगी।

रेल विभाग में कोई बदलाव नहीं होने का अनुमान 

सर्वाधिक सरकारी नौकरियां देने वाले रेल विभाग में कर्मचारियों की संख्या में इस दौरान कोई बदलाव नहीं होने का अनुमान है। रेल विभाग में कर्मचारियों की संख्या 2019 में 12,70,399 थी। इनकी संख्या एक मार्च 2020 को तथा एक मार्च 2021 को भी इतनी ही रहने का अनुमान है।

केंद्रीय में दूसरा सबसे बड़ा अमला पुलिस बलों का है। एक मार्च 2020 को पुलिसकर्मियों की संख्या 11,13,770 रहने का अनुमान है। दस्तावेज में कहा गया कि एक मार्च 2021 तक कुल पुलिसकर्मियों में 17,934 की वृद्धि हो सकती है और इनकी कुल संख्या 11,31,704 पर पहुंच सकती है।

डाक विभाग सर्वाधिक सरकारी नौकरियां देता है

इनके बाद डाक विभाग सर्वाधिक सरकारी नौकरियां देता है। इस विभाग में कर्मचारियों की कुल संख्या एक मार्च 2020 के 4,18,239 से बढ़कर एक मार्च 2021 को 4,18,400 हो जाने का अनुमान है। बजट दस्तावेज के अनुसार, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के वेतन व भत्ते आदि के भुगतान में चालू वित्त वर्ष में 2,45,222.48 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। सरकार को अनुमान है कि यह खर्च अगले वित्त वर्ष में 9,679.28 करोड़ रुपये बढ़कर 2,54,901.76 करोड़ रुपये पर पहुंच सकता है।

दस्तावेज के अनुसार, कुल केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन का खर्च इस दौरान 1,56,239.43 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,62,990.57 करोड़ रुपये, भत्तों का खर्च 81,735.71 करोड़ रुपये से बढ़कर 84,594.94 करोड़ रुपये और यात्रा का खर्च 7,247.34 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,316.25 करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)

(फाइल फोटो)

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