Russia-Ukraine War: रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचा क्रूड ऑयल, जानिए कहां से सबसे ज्यादा इंपोर्ट करता है भारत

Russia-Ukraine War की वजह से जियो पॉलिटिकल टेंशन (Geo Politicxal Tension) पैदा हुई है, उससे अनुमान यही लगाया जा रहा है कि क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price) 150 डॉलर प्रति बैरल पर भी पहुंच सकते हैं। जिसकी वजह से भारत के लिए मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाएंगी।

Asianet News Hindi | Published : Mar 9, 2022 4:53 AM IST

Russia-Ukraine War: इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price in International Market) 130 डॉलर के पार चले गए हैं। वहीं भारत के वायदा बाजार में कच्चे तेल की कीमत (Crude Oil Price in India) करीब 10 हजार रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गई है। पूरी दुनिया को इस बात की जानकारी है कि भारत अपनी जरुरत का 85 फीसदी ऑयल दूसरे देशों से आयात करता है। भारत के इंपोर्ट बिल (India Import Bil) का मोटा हिस्सा क्रूड ऑयल का ही है। मौजूदा समय में यूक्रेन-रूस युद्घ की वजह से जियो पॉलिटिकल टेंशन पैदा हुई है, उससे अनुमान यही लगाया जा रहा है कि क्रूड ऑयल के दाम 150 डॉलर प्रति बैरल पर भी पहुंच सकते हैं। जिसकी वजह से भारत के लिए मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ जाएंगी ऐसे में यह जानना काफी जरूरी है कि आखिर भारत कहां से क्रूड ऑयल सबसे ज्यादा आयात करता है।

भारत में कच्चे तेल को लेेकर जरूरी फैक्ट
भारत अपनी कच्चे तेल की जरूरत का लगभग 8 फीसदी आयात करता है। साथ ही, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक है। तेल की कीमतों में उल्लेखनीय वृद्धि, आयात में वृद्धि और घरेलू तेल उत्पादन में गिरावट के साथ, भारत के कच्चे तेल के आयात बिल बढ़ रहे हैं। एलएनजी, जो भारत में कुल गैस मांग का लगभग एक-चौथाई है, का भी काफी हद तक आयात किया जाता है। भारत एलएनजी का चौथा सबसे बड़ा आयातक भी है। भारत में तेल और प्राकृतिक गैस की मांग बढ़ रही है।

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भारत अपनी तेल आवश्यकताओं को कैसे पूरा करता है?
भारत अपनी जरूरत का लगभग 85 फीसदी कच्चे तेल का आयात करता है और साल-दर-साल, यह बढ़ रहा है। देश में मांग की तुलना में घरेलू उत्पादन कम है। सरकार अत्यधिक आयात के कारण तेल की ऊंची कीमतों को कम करने के उपाय कर रही है। और इन आयातों पर खर्च की गई कुल राशि 110 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

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भारत तेल कहां से आयात करता है?
भारत अपना अधिकांश तेल मध्य पूर्व से आयात करता है, जिसमें इराक और सऊदी अरब प्राथमिक हैं। यहां 2021 में क्षेत्रों के अनुसार भारत के कच्चे तेल के आयात पर एक नजऱ डाली गई है:
मध्य पूर्व: 52.7 फीसदी
अफ्रीका: 15 फीसदी
संयुक्त राज्य अमेरिका: 14 फीसदी

भारत अपने सबसे अधिक तेल का आयात किन देशों से करता है?
इराक
1.3 मिलियन बैरल प्रति दिन
संयुक्त राज्य अमेरिका 5 लाख बैरल प्रति दिन
नाइजीरिया 13 मिट्रिक टन
सऊदी अरब 38 मिलियन टन
संयुक्त अरब अमीरात 19.26 मिलियन टन (जनवरी 2022)

मौजूदा वित्तीय वर्ष में कितना लिया क्रूड ऑयल
भारत ने जनवरी में 4.6 मिलियन बीपीडी क्रूड ऑयल का आयात किया था। अप्रैल 2021 से जनवरी 2022 तक, इस वित्तीय वर्ष के पहले 10 महीनों में, भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है, जिसने, 42 मिलियन बीपीडी तेल का आयात किया है जो एक साल पहले से 6.5 फीसदी अधिक था। फरवरी और मार्च में भारत का तेल आयात राज्य के रिफाइनर के रूप में बढ़ सकता है।

क्या कहते हैं जानकार
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसीडेंट अनुज गुप्ता के अनुसार जियो पॉलिटिकल टेंशन की वजह से क्रूड ऑयल की कीमत में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं अब अमरीका ने रूसी क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर भी बैन लगा दिया है। जिसका असर इंटरनेशनल मार्केट में देखने को मिल सकता है। सारा दबाव अमरीका ओर ओपेक देशों पर आ जाएगा। क्योंकि यूरोपीय देशों को क्रूड ऑयल की सप्लाई रूस सबसे ज्यादा करता था। मौजूदा परिस्थितियों में क्रूड ऑयल की कीमत 150 डॉलर प्रति बैरल पर भी पहुंच सकती है।

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भारत के वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम
मौजूदा समय में क्रूड ऑयल के दाम में बड़ी तेजी देखने को मिल रही है। घरेलू वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम 3 फीसदी की तेजी यानी 286 रुपए की तेजी के साथ 9724 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गया है। जबकि कारोबारी स्तर के दौरान क्रूड ऑयल के दाम 9760 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गए हैं। 2022 में ही भारत के वायदा बाजार में क्रूड ऑयल के दाम में 71 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल चुकी है। साल की  शुरूआत में कच्चे तेल की कीमत5700 रुपए प्रति बैरल के आसपास थी।

विदेशी बाजारों में कच्चे तेल की कीमत
वहीं दूसरी ओर इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत करीब 70 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है। आंकड़ों के अनुसार ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम साल 2022 में अब तक 68 फीसदी से ज्यादा का उछाल ले चुके हैं। जनवरी के शुरुआती दिनों में ब्रेंट क्रूड ऑयल के दाम 77 डॉलर प्रति बैरल पर थे। जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल की कीमत में भी इस साल 68 फीसदी से ज्यादा तेजी देखने को मिल चुकी है। जनवरी के शुरूआती दिनों में डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल के दाम 74 डॉलर प्रति बैरल पर थे। मौजूदा समय में डब्ल्यूटीआई  के दाम 126.29 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।

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