बिल गेट्स का आज 64 वां जन्मदिन हैं, शुरुआती दिनों में गेट्स किताबों से ज्यादा कंप्यूटर लैब में बिताया करते थे। हॉर्वर्ड की पढ़ाई छोड़ अपने दोस्त ऐलान के साथ मिलकर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बनाई थी। फोर्ब्स के मुताबिक गेट्स दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं। फिलहाल पत्नी मेलींडा गेट्स के साथ मिलकर द बिल एंड मेलींडा गेट्स फाउंडेशन चलाते हैं।
वाशिंगटन. 13 साल तक दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और कंप्यूटर की शक्ल बदल देने वाले शख्स बिल गेट्स आज 64 वां जन्मदिन हैं। जिन्होने मात्र 15 साल की आयु में ही अपनी एक कंपनी बनाई थी। हॉर्वर्ड की पढ़ाई छोड़ अपने दोस्त ऐलान के साथ मिलकर उन्होने वर्ष 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की नींव रखी थी। फोर्ब्स के मुताबिक गेट्स के पास 105.8 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। वे पत्नी मेलींडा गेट्स के साथ मिलकर द बिल एंड मेलींडा गेट्स फाउंडेशन चलाते हैं।
बचपन में बनाई कंपनी
गेट्स के माता पिता उनको वकील बनाना चाहते थे। लेकिन गेट्स और उनके दोस्त ऐलान जो हाई स्कूल में गेट्स से 2 साल सीनियर थे दोनों का मन कंप्यूटर में ज्यादा लगता था। वर्ष 1970 में गेट्स और ऐलान ने साथ मिलकर Traf-o-Data को बनाया था। जिससे वे अपने सिएटल शहर के डाटा को मॉनिटर करते थे। इससे इन्होने करीब 20,000 डॉलर की कमाई की थी। शुरुआती दिनों में गेट्स किताबों से ज्यादा कंप्यूटर लैब में बिताया करते थे। 1973 में पैरेंट्स के दबाव में आकर हार्वर्ड में प्रवेश लिया। बाद में वर्ष1975 में छोड़ पॉल ऐलान के साथ बिजनेस करने का फैसला लिया।
हार्वर्ड छोड़ माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बनाई
शुरुआती दिनों में ऐलान और गेट्स एक छोटी कंपनी जिसका नाम इंस्ट्रूमेंटेशन और टेलीमेट्री सिस्टम (MITS) में काम किया करते थे। इसके बाद बिल गेट्स और ऐलान ने मिलकर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी बनाई। कंपनी का पहला प्रोडक्ट BASIC सॉफ्टवेयर था, जो Altair कंप्यूटर के लिए काम करता था। इसके बाद गेट्स ने सॉफ्टवेयर को फ्री बांटने का ऐलान कर दिया था। बाद में चलकर गेट्स ने इसी कंपनी को टेकओवर कर लिया। Altair कंप्यूटर को आगे चलकर काफी अपग्रेड किया गया।
युवाओं को दिया मौका
गेट्स ने कंपनी की सारी बड़ी जिम्मेदारियां युवाओं को दे दी, जिसमें मार्केटिंग, ब्रांडिंग, सेल, बिजनेस डेवलपमेंट शामिल थी। इसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 1979 में बिल गेट्स 2.5 बिलियन डॉलर के मालिक बन गए। वर्ष 1979 के शुरुआत में गेट्स ने कंपनी को वाशिंगटन में भी खोला। साल 1983 में माइक्रोसॉफ्ट दुनिया भर में फैल चुका था। दुनिया के लगभग 30 प्रतिशत कंप्यूटर इसके सॉफ्टवेयर पर चलते हैं। फरवरी 2014 में माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन पद को छोड़ अपने फाउंडेशन की जिम्मेदारी संभाली।
गेट्स की भारत यात्रा
भारत से बिल गेट्स का रिश्ता बेहद प्रेरित करने वाला है। गेट्स भारत की गरीबी और स्वास्थ्य की स्थिति पर चिंता जताते रहे हैं। उनके फाउंडेशन द्वारा गरीबी, शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। गेट्स स्वयं भी कई बार भारत का दौरा कर चुके हैं। वर्ष 2013 में उन्होने अपने ब्लॉग में भारत दौरे का अनुभव शेयर करते हुए, स्वास्थ्य और गरीबी पर चिंता जताई और देश में चल रहे स्वास्थ्य कार्यक्रमों की चर्चा की थी।