YES बैंक मामला: ED ने अनिल अंबानी से की नौ घंटे पूछताछ, 30 मार्च को फिर तलब

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पिवार को यस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी से करीब नौ घंटे पूछताछ की

Asianet News Hindi | Published : Mar 19, 2020 5:14 AM IST / Updated: Mar 20 2020, 10:26 AM IST

बिजनेस डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बृहस्पिवार को यस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी से करीब नौ घंटे पूछताछ की।

ईडी ने अंबानी से 30 मार्च को फिर पेश होने को कहा है। अधिकारियों ने कहा कि 60 साल के अंबानी का बयान मनी लांड्रिंग निरेधक कानून (पीएमएलए) के तहत रिकार्ड किया गया है।

अंबानी सुबह करीब साढ़े नौ बजे ईडी के कार्यालय बल्लार्ड एस्टेट पहुंचे और शाम करीब 7 बजे वहां से निकले। बताया जाता है कि अंबानी की नौ समूह कंपनियों ने यस बैंक से लगभग 12,800 करोड़ रुपये का ऋण लिया था, जिसकी कथित तौर पर वापसी नहीं हो रही है।
 

अनिल अंबानी के समूह की कंपनी बड़े कर्जधारक

यस बैंक से लिए गए कर्ज में से जो खाते एनपीए में तब्दील हो गए, उनमें अनिल अंबानी के समूह की कंपनियां बड़े कर्जधारकों में हैं। अनिल अंबानी की कंपनियों द्वारा यस बैंक से लिए गए कर्ज में 12,800 करोड़ रुपये एनपीए हो गए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छह मार्च को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि अनिल अंबानी समूह, एस्सेल, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन यस बैंक के बड़े कर्जदारों में शामिल हैं

अधिकारियों ने कहा कि उन सभी बड़ी कंपनियों के प्रवर्तकों को बुलाया जाएगा, जिनके द्वारा यस बैंक ये लिए गए कर्ज एनपीए हो गये हैं। उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत अनिल अंबानी का बयान दर्ज किया जाएगा वहीं, यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर अभी ईडी की हिरासत में हैं।

इन्हें भी भेजा समन

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यस बैंक के प्रवर्तक राणा कपूर तथा अन्य के खिलाफ दायर मनी लांड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में एस्सेल समूह के प्रवर्तक सुभाष चंद्रा, जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल और इंडिया बुल्स के चेयरमैन समीर गहलोत समेत कुछ अन्य शीर्ष उद्योगपतियों को इस सप्ताह तलब किया है। एस्सेल समूह के चेयरमैन और राज्यसभा सदस्य सुभाष चंद्रा को फिर से समन भेकर उन्हें 21 मार्च को जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा गया है। इससे पहले वह संसद सत्र जारी होने के कारण 18 मार्च को ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए थे।

इतने रुपए का है कर्ज

अनिल अंबानी की नौ समूह कंपनियों ने यस बैंक से करीब 12,800 करोड़ रुपये कर्ज लिया है। इसके अलावा एस्सेल समूह पर कथित रूप से 8,400 करोड़ रुपये कर्ज है। वहीं डीएचएफएल पर यस बैंक का करीब 3,700 करोड़ रुपये का कर्ज है।अधिकारियों के अनुसार जेट एयरवेज पर यस बैंक का 550 करोड़ रुपये बकाया है। एयरलाइन के संस्थापक नरेश गोयल मनी लांड्रिंग के दूसरे मामले में पहले ईडी की जांच के घेरे में हैं।

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