बिहार इंटरमीडिएट 2021 की बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के लिए बड़ी खबर है। नए आदेशनुसार छात्र बोर्ड परीक्षा में जूता मोजा पहनकर जा सकेंगे। पहले उन्हें सिर्फ चप्पल पहनकर जाने की इजाजत थी। सर्दी और कोरोना को देखकर ऐसा फैसला लिया गया है। बोर्ड के आदेश से लाखों परीक्षार्थियों को कड़ाके की ठंड में राहत मिलेगी।
करियर डेस्क. बिहार इंटरमीडिएट 2021 की बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के लिए बड़ी खबर है। नए आदेशनुसार छात्र बोर्ड परीक्षा में जूता मोजा पहनकर जा सकेंगे। पहले उन्हें सिर्फ चप्पल पहनकर जाने की इजाजत थी। सर्दी और कोरोना को देखकर ऐसा फैसला लिया गया है। बोर्ड के आदेश से लाखों परीक्षार्थियों को कड़ाके की ठंड में राहत मिलेगी।
एक फरवरी से हैं परीक्षाएं
बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 1 फरवरी से 13 फरवरी तक आयोजित होंगी। अब इस दौरान परीक्षार्थियों को जूता मोजा पहनकर प्रवेश की इजाजत दी गई है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने ये आदेश जारी किया है। बोर्ड ने सभी DEO को भी पत्र जारी कर जूता मोजा पहनने पर लगी पाबंदी को हटाने का आदेश दिया।
शीतलहर के कारण नियमों में बदलाव
बता दें कि बिहार में नकल रोकने को लेकर बोर्ड ने पिछले 3 साल से मैट्रिक 10वीं और इंटर 12वीं की परीक्षा में जूते मोजे पहनकर परीक्षा हॉल में प्रवेश पर रोक लगा रखी थी, हालांकि इस बार विगत 4 दिनों से सूबे में जारी शीतलहर को देखते हुए बोर्ड ने आखिरी वक्त में नियमों में बदलाव किया है।
नकल पर नकेल कसने की तैयारी
बिहार राज्य सरकार के गृह विभाग ने सभी जिला अधिकारी, एसएसपी, और एसपी को निर्देश जारी किया है। निर्देश में कहा गया है कि 1 फरवरी से इंटर एग्जाम को देखते हुए सभी एसपी डीएसपी केंद्र के आसपास भ्रमण सील रहेंगे। सभी फोटो स्टेट की दुकानों पर विशेष नजर रखी जाए। सभी परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज किया जाए।
परीक्षा covid प्रोटोकॉल के तहत ही कराई जाए। परीक्षा केंद्रों के आसपास CCTV लगाया जाए। परीक्षा केंद्र के आसपास 144 लगाया जाए। सभी परीक्षा केंद्रों पर सशस्त्र बल की नियुक्ति की जाए।
छात्र पढ़ लें जरूरी गाइडलाइंस
बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए बकायदा गाइडलाइन बनाई गई और दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं। कोरोना के मद्देनजर परीक्षा होने के पहले सभी केंद्र को सेनेटाइज किया जायेगा। स्टूडेंटस को हैंड सेनेटाइज और मास्क लगा कर ही लैब में प्रवेश करना होगा। लैब के अंदर एक साथ 10 से 15 छात्रों को ही प्रवेश मिलेगा। प्रयोगिक परीक्षा के समय स्टूडेंट्स के बीच पांच से छह फीट की दूरी रखनी है।
इंटर की परीक्षा राज्य के 1473 केंद्रों पर दो पालियों में आयोजित होगी जिसमें कुल 13,50,233 परीक्षार्थी भाग लेंगे। पटना की बात करें तो जिले में कुल 85 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। लड़कियों के लिए अलग केंद्र बनाए गए हैं जहां स्टाफ भी महिलाएं ही होंगी। इंटर की परीक्षा में सभी जिलों में 4-4 मॉडल केंद्र बनाए गए हैं, जिन केंद्रों पर सिर्फ छात्राएं परीक्षा देंगी।