Dream 11 CEO Harsh Jain Education: कितने पढ़े-लिखे हैं हर्ष जैन, कहां से आया ड्रीम11 का अनोखा आइडिया?

सार

Dream 11 CEO Education: हर्ष जैन, Dream11 के CEO, की सफलता की कहानी बेहद प्रेरणादायक है। जानिए हर्ष जैन कितने पढ़े-लिखें हैं? कैसे उन्होंने संघर्षों का सामना करते हुए सफलता हासिल की और Dream11 को एक मिसाल बनाया।

Dream 11 CEO Harsh Jain Education: सपने वो नहीं जो हम सोते वक्त देखते हैं, बल्कि वो होते हैं जो हमें जागते हुए हर दिन जीने का जज्बा देते हैं। जीवन में सफलता कोई चमत्कारी घटना नहीं है, बल्कि यह एक ऐसी यात्रा है जिसे पूरा करने के लिए कठिन मेहनत, दृढ़ विश्वास और कभी हार न मानने वाली सोच की जरूरत होती है। जो लोग अपने सपनों को सच करने की हिम्मत रखते हैं और हर चुनौती का सामना डटकर करते हैं, वही असली विजेता बनते हैं। हर्ष जैन, जो आज भारत में हर किसी के लिए जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं, ने यही सिद्ध कर दिखाया है। हर्ष जैन Dream11 के संस्थापक और CEO हैं और यह ऐप आज देशभर में खेलों से जुड़े रोमांचक अनुभवों का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे क्रिकेट, हॉकी या फुटबॉल, Dream11 पर फैंटेसी स्पोर्ट्स के जरिए लाखों लोग अपनी पसंदीदा खेलों का हिस्सा बनते हैं और लाखों-करोड़ों रुपए कमाई करते हैं। लेकिन, हर्ष जैन को यह सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली थी। यह कंपनी जो आज सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंची है, कभी अपनी शुरुआत में एक-एक पैसे के लिए संघर्ष कर रही थी। जानिए हर्ष जैन के एजुकेशन और सफलता से पहले उनके संघर्षों की कहानी।

हर्ष जैन का एजुकेशन और शुरुआती जीवन (Harsh Jain education and early life)

हर्ष जैन का जन्म 1986 में मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ। उनके पिता आनंद जैन जय कॉर्प लिमिटेड के चेयरमैन हैं और मां का नाम सुषमा जैन है। हर्ष ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई में की। इसके बाद, वह हायर एजुकेशन के लिए अमेरिका गए। वहां उन्होंने University of Pennsylvania से 2007 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की और बाद में Columbia Business School से 2014 में MBA किया। हर्ष को बचपन से ही खेलों में खास रुचि थी और यही रुचि बाद में उनके जीवन का एक अहम हिस्सा बन गई, जिसने Dream11 को जन्म दिया।

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हर्ष जैन को Dream11 का आइडिया कैसे आया? (HowHarsh Jain get ​​Dream11 idea)

2008 में जब IPL की शुरुआत हुई, तब हर्ष जैन और भावित सेठ ने Dream11 का आइडिया तैयार करना शुरू किया। इस दौरान, हर्ष कंपनी के डिजाइन, टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट और मार्केटिंग से जुड़े कार्यों को संभाल रहे थे, जबकि भावित सेठ ऑपरेशंस को देख रहे थे।

150 से ज्यादा वेंचर कैपिटलिस्ट से फंडिंग के लिए किया संपर्क, सब ने Dream11 आइडिया को नकारा

शुरुआत में कंपनी को फंडिंग जुटाने में बहुत मुश्किलें आईं। हर्ष जैन के अनुसार 2012 के बाद, उन्होंने करीब 150 से ज्यादा वेंचर कैपिटलिस्ट से फंडिंग के लिए संपर्क किया, लेकिन हर किसी ने उनके आइडिया को नकार दिया। इसके बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और संघर्ष जारी रखा। उनकी मेहनत रंग लाई और 2020 में उन्हें आईपीएल के स्पॉन्सरशिप राइट्स मिल गए। इसके बाद, Dream11 का नाम पूरे देश में मशहूर हो गया और अब यह भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के स्पॉन्सर के रूप में भी जाना जाता है।

आज Dream11 केवल एक ऐप नहीं, बल्कि सफलता की मिसाल

हर्ष जैन की सफलता की कहानी यह सिखाती है कि असफलताएं केवल कदमों को धीमा कर सकती हैं, लेकिन उन्हें रोक नहीं सकतीं। अगर आप सच्ची मेहनत और ईमानदारी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो सफलता अवश्य मिलेगी। Dream11 आज हर किसी के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है, और यह साबित करता है कि जो व्यक्ति कभी हार नहीं मानता, वही असली विजेता बनता है। आज, हर्ष जैन का Dream11 केवल एक ऐप नहीं, बल्कि एक सफलता की मिसाल बन चुका है, जो यह बताता है कि कठिनाइयों के बावजूद लक्ष्य को पाने की चाह से कोई भी बाधा नहीं रोक सकती।

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