क्या आप जानते हैं "कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा" का मतलब?

Published : Jan 04, 2025, 10:00 AM IST
Interesting muhavare

सार

Hindi Idioms: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मुहावरों का ज्ञान आवश्यक है जानिए कुछ कठिन मुहावरों और उनके अर्थों को, जो परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।

Hindi Idioms: प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए केवल सामान्य ज्ञान और विषय संबंधी पढ़ाई जरूरी नहीं है, बल्कि भाषा के मुहावरे और उनके अर्थ को समझना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। मुहावरे हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होते हैं, लेकिन जब इन्हें परीक्षा के संदर्भ में पूछा जाता है, तो हमें उनके सही अर्थ और संदर्भ को समझना आवश्यक होता है। मुहावरे का प्रयोग न केवल शब्दों की व्याख्या में, बल्कि उनके उचित प्रयोग में भी किया जाता है। जानिए कुछ कठिन मुहावरों और उनके अर्थ विस्तार से, जो प्रतियोगी परीक्षाओं में अक्सर पूछे जाते हैं। इन मुहावरों को समझना और सही तरीके से उनका प्रयोग करना किसी भी परीक्षा में आपकी सफलता को बढ़ा सकता है।

मुहावरा- "उम्र भर का गम"

मुहावरे का अर्थ: यह मुहावरा किसी बड़े दुख या दुःखभरे अनुभव के लिए उपयोग किया जाता है जो व्यक्ति को जीवन भर के लिए प्रभावित करता है। यह मुहावरा किसी ऐसे दुख को व्यक्त करने के लिए होता है, जिसका असर किसी व्यक्ति पर लंबे समय तक बना रहता है। यह जीवन के सबसे कठिन और गहरे अनुभवों के बारे में है, जो व्यक्ति को लंबे समय तक मानसिक रूप से परेशान करते हैं।

मुहावरा- "चूहे के बिल में घुसने से पहले उसका बिल तोड़ दो"

मुहावरे का अर्थ: यह मुहावरा किसी से पहले ही उसकी योजनाओं या कार्यों को विफल करने के संदर्भ में उपयोग किया जाता है। यह मुहावरा किसी व्यक्ति या समूह के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले उसके हर कदम को रोकने के संदर्भ में होता है। यह उस समय कहा जाता है जब किसी के द्वारा किया गया कोई कार्य पहले से ही नाकाम कर दिया जाता है ताकि भविष्य में कोई समस्या न हो।

मुहावरा- "कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुनबा जोड़ा"

मुहावरे का अर्थ: यह मुहावरा उस स्थिति को व्यक्त करता है जब कोई काम अधूरा या असंगत तरीके से किया जाता है। इसका उपयोग तब होता है जब कुछ चीजों को बिना सही योजना और तरीके के जोड़ लिया जाता है। जैसे कोई व्यक्ति बिना सोचे-समझे चीजों को जोड़कर कोई काम करता है, जिससे वह काम असफल हो जाता है। यह मुहावरा असंगतता और तात्कालिक प्रयासों का परिणाम होता है।

मुहावरा- "भेड़ के साथ भेड़िया आ गया"

मुहावरे का अर्थ: यह मुहावरा उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी व्यक्ति का साथ देने वाला व्यक्ति, उसकी भलाई के लिए हानिकारक साबित हो। जब कोई व्यक्ति दूसरों की मदद या सहायता करने का दावा करता है, लेकिन उसकी मदद से नुकसान होता है, तो इसे इस मुहावरे से व्यक्त किया जाता है। इसका उपयोग तब होता है जब कोई व्यक्ति किसी और के साथ मिलकर धोखा देने का काम करता है।

मुहावरा- "हवा की तरह मत उड़, इंसान की तरह चल"

मुहावरे का अर्थ: यह मुहावरा तब कहा जाता है जब कोई व्यक्ति बिना सोचे-समझे या बिना किसी ठोस आधार के आगे बढ़ता है। इसका मतलब है कि किसी कार्य को समझदारी और जिम्मेदारी से करना चाहिए, न कि बेवजह और बिना सोचे-समझे आगे बढ़ना चाहिए। यह मुहावरा उस समय कहा जाता है जब कोई व्यक्ति जल्दबाजी में निर्णय लेता है या काम करता है और उसे बाद में पछताना पड़ता है।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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