IIT-BHU से की पढ़ाई, टाटा स्टील में जॉब, फिर संत कैसे बने आचार्य जयशंकर नारायणन?

Published : Jan 27, 2025, 02:16 PM IST
acharya jaishankar narayanan

सार

Mahakumbh 2025: महाकुम्भ 2025 में एक IITian से संत बने आचार्य जयशंकर नारायणन की प्रेरणादायक कहानी। टाटा स्टील में नौकरी छोड़कर वेदांत और संस्कृत की शिक्षा दे रहे हैं। जानिए

Mahakumbh 2025: महाकुम्भ 2025 के दौरान, जब लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में आकर पुण्य की प्राप्ति कर रहे हैं, कई प्रेरणादायक आध्यात्मिक कहानियां भी सामने आ रही हैं। इनमें से एक कहानी है आचार्य जयशंकर नारायणन की, जो कभी IIT-BHU के छात्र थे। टाटा स्टील जैसी बड़ी कंपनी में जॉब भी की लेकिन फिर अचानक उनका आकर्षण आध्यात्म की ओर हुआ और अब वे एक संत की तरह जीवन गुजार रहे हैं और वेदांत और संस्कृत की शिक्षा दे रहे हैं। जानिए आईआईटियन से संत बनने की दिलचस्प कहानी।

IIT-BHU से पढ़ाई और टाटा स्टील में नौकरी

आचार्य नारायणन ने 1992 में IIT-BHU से अपनी पढ़ाई पूरी की थी और फिर टाटा स्टील में काम करना शुरू किया। 1993 में वे अमेरिका गए, जहां उनकी मुलाकात स्वामी दयानंद सरस्वती से हुई। स्वामी जी के वेदांत के प्रवचनों ने उनका जीवन बदल दिया। उनके अनुसार जब वे गुरु जी से पहली बार मुलाकात की और उनका प्रवचन सुना, तब उन्हें वेदांत में गहरी रुचि हुई।

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पिछले 20 वर्षों से वेदांत और संस्कृत पढ़ा रहे

1995 में वे भारत लौटे और गुरुकुलम में एक रेसिडेंशियल कोर्स में दाखिला लिया, जहां उन्होंने वेदांत की गहरी पढ़ाई की। अब वे पिछले 20 वर्षों से वेदांत और संस्कृत पढ़ा रहे हैं। अपने सफर को याद करते हुए कहते हैं, "जब मैं IIT में दाखिला हुआ, तो मुझे लगा कि मैंने बड़ी सफलता हासिल की है, लेकिन वहां और भी बहुत से लोग थे जिन्होंने एंट्रेंस एग्जाम पास किया था। कुछ समय बाद, ये सब साधारण लगने लगा और मैंने अगले लक्ष्य की ओर काम करना शुरू किया।"

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महाकुंभ 2025 में कई पढ़े-लिखे संतों ने बटोरी सुर्खियां

महाकुम्भ 2025 ने कई संतों को भी सुर्खियों में ला दिया है। जिसमें से एक चाय वाले बाबा, जो 40 सालों से सिविल सेवा के अभ्यर्थियों को मुफ्त में कोचिंग दे रहे हैं। इसी तरह, श्री महंत देवगीरी, जो श्री पंचायती अखाड़ा महनिर्वानी के बाबा के रूप में प्रसिद्ध हैं, भी अपनी नि:स्वार्थ सेवा के लिए चर्चित हैं। एक और दिलचस्प शख्सियत हैं सामने आये IIT बाबा, जो IIT बॉम्बे के पूर्व एयरोस्पेस इंजीनियर रहे हैं और अब वे भी संत बन चुके हैं।

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Anita Tanvi

अनीता तन्वी। मीडिया जगत में 15 साल से ज्यादा का अनुभव। मौजूदा समय में ये एशियानेट न्यूज हिंदी के साथ जुड़कर एजुकेशन सेगमेंट संभाल रही हैं। इन्होंने जुलाई 2010 में मीडिया इंडस्ट्री में कदम रखा और अपने करियर की शुरुआत प्रभात खबर से की। पहले 6 सालों में, प्रभात खबर, न्यूज विंग और दैनिक भास्कर जैसे प्रमुख प्रिंट मीडिया संस्थानों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, ह्यूमन एंगल और फीचर रिपोर्टिंग पर काम किया। इसके बाद, डिजिटल मीडिया की दिशा में कदम बढ़ाया। इन्हें प्रभात खबर.कॉम में एजुकेशन-जॉब/करियर सेक्शन के साथ-साथ, लाइफस्टाइल, हेल्थ और रीलिजन सेक्शन को भी लीड करने का अनुभव है। इसके अलावा, फोकस और हमारा टीवी चैनलों में इंटरव्यू और न्यूज एंकर के तौर पर भी काम किया है।Read More...

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