NEET UG परीक्षा की नई गाइडलाइन: कोरोना के लक्षण वाले छात्र आइसोलेशन रूम में देंगे परीक्षा

सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर एग्जाम हॉल के अंदर छात्रों के बीच इनविजीलेटर नहीं घूम सकेंगे। वह दूर से ही बैठकर निगरानी करेंगे। इसके अलावा क्लास में सिर्फ 50 फीसदी कर्मी ही मौजूद होंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 23, 2020 12:50 PM IST / Updated: Aug 23 2020, 06:21 PM IST

करियर डेस्क. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सितंबर में होने वाली नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी 2020 के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। एजेंसी की तरफ से जारी प्रोटोकॉल में यह सुनिश्चित किया गया कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए करीब 15 लाख स्टूडेंट्स किस तरह परीक्षा में हिस्सा ले सकें।

टच फ्री रहेगी एग्जाम की प्रोसेस

जारी गाइडलाइन में एग्जाम को परीक्षा से पहले, परीक्षा के दौरान और परीक्षा खत्म होने पर तीन भागों में बांटा गया है। संक्रमण से बचाव के लिए परीक्षा की पूरी प्रक्रिया टच फ्री रहेगी। एग्जाम सेंटर में एक साथ बहुत ने पर होने वाली भीड़ को रोकने के लिए कैंडिडेट्स को रिपोर्टिंग के लिए टाइम स्लॉट दिए जाएंगे। साथ ही सभी स्टाफ मेंबर और कैंडिडेट के तापमान की भी जांच की जाएगी। इस दौरान यदि किसी में कोरोनावायरस के लक्षण दिखाई देते हैं, तो उन्हें अलग से आइसोलेशन रूम में रखा।

दो बार होगी तापमान की जांच

परीक्षा केंद्र पहुंचने पर एक छात्र के निकलने के बाद दूसरे को अंदर बुलाया जाएगा। इसके अलावा अन्य दस्तावेज की जांच होगी। इसमें एडमिट कार्ड, सरकारी फोटो पहचान पत्र आदि दिखाना पड़ेगा। इस पूरी प्रक्रिया 15 से 20 मिनट का समय लगेगा। इस दौरान कैंडिडेट्स के किसी भी दस्तावेज को छुआ नहीं जाएगा। इसके बाद दोबारा छात्र का तापमान जांचा जाएगा। वहीं, जांच प्रक्रिया पूरी होने पर स्टूडेंट्स को रूम नंबर और सीट बताई जाएगी।

इन बातों का रखें ध्यान उम्मीदवार

मुंह पर मास्क और हाथों में दस्ताने पहनने होंगे।
पारदर्शी बोतल में पीने का पानी ला सकेंगे।
50 एमएल की पारदर्शी हैंड सैनिटाइजर बोतल लाने की अनुमति होगी।
नकल रोकने के लिए मेटल डिटेक्टर से छात्रों की जांच होगी।
किसी भी प्रकार के मैटल आदि से बने प्रोडेक्ट को अपने साथ न लाएं।
मेटल डिटेक्टर से सीधे संपर्क के बिना होगी जांच।
परीक्षा से संबंधित दस्तावेज एडमिट कार्ड, सरकारी फोटो पहचान पत्र साथ रखें।
शौचालय जाने से पहले उन्हें अनुमति लेनी जरूरी होगी।
कमरे में नहीं घूमेंगे शिक्षक

सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर एग्जाम हॉल के अंदर छात्रों के बीच इनविजीलेटर नहीं घूम सकेंगे। वह दूर से ही बैठकर निगरानी करेंगे। इसके अलावा क्लास में सिर्फ 50 फीसदी कर्मी ही मौजूद होंगे। ड्यूटी के दौरान इनविजीलेटर या टीचर से किसी भी तरह की मदद लेने से पहले स्टूडेंट को हाथों को सैनिटाइज कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।

एग्जाम हॉल में होगा इंतेजाम

परीक्षा केंद्र की दीवारों, टेबल-कुर्सी, कंप्यूटर, पंखों आदि को परीक्षा शुरू होने से पहले भी सैनिटाइज किया जाएगा।
कॉरिडोर में रूम नंबर बड़े अक्षरों में लिखे होंगे, ताकि कैंडिडेट्स को ढूंढने में परेशानी न हो।
परीक्षा के दौरान पहली बार लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे कैंडिटेट्स को दूर से ही जानकारियां दी जा सकें।
परीक्षा केंद्र में ब्लूटूथ, वाई-फाई की जांच होगी, जिसके बाद एनटीए जैमर का प्रयोग करेगा।

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