केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों की स्थिति में सुधार लाने के लिए 10,000 का लोन बिना ब्याज पर देने का फैसला लिया था।
करियर डेस्क. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों के सामने रोजगार का भी संकट खड़ा हो गया है। मध्यप्रदेश में करीब तीन लाख से ज्यादा पढ़े लिखे लोगों ने स्ट्रीट वेंडर योजना के लिए अप्लाई किया है। इनमें से करीब 60 हजार लोग डिग्री होल्डर हैं। इस योजना के तहत लोगों को 10 हजार रुपए तक का बैंक लोन बिना किसी ब्याज के दिया जाता है।
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37 फीसदी फुटपाथ में करती हैं कारोबार
युवाओं मे स्ट्रीट वंडर योजना के तहत फुटपाथ (सड़क के किनारे) सब्जी, चाय का बिजनेस करने के लिए अप्लाई किया है। शहरी क्षेत्र नें करीब 37 फीसदी महिलाएं फुटपाथ पर करोबार का काम करती हैं।
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10 लाख से ज्यादा आवेदन
प्रदेश की स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत 10 लाख लोगों ने अप्लाई किया है। इसमें से तीन लाख से ज्यादा ऐसे युवक हैं जो 10वीं से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट हैं। सबसे ज्यादा लोगों ने सब्जी, किराने का सामान, चाय-नाश्ते के लिए अप्लाई किया है।
किसने किया अप्लाई
फरवरी में भी सामने आए थे मामले
केंद्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर और फुटपाथ पर दुकान लगाने वालों की स्थिति में सुधार लाने के लिए 10,000 का लोन बिना ब्याज पर देने का फैसला लिया था। इस तरह का मामला मध्यप्रदेश में फरवरी महीने में भी सामने आया था।