25 जुलाई के बाद क्या होगा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पता, क्या मिलेंगी सुविधाएं और कैसा होगा काफिला

राष्ट्रपति कोविंद कुछ दिनों बाद रिटायर होने वाले हैं। रिटायरमेंट के बाद प्रेसीडेंट कहां रहेंगे, उन्हें क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी, उनके साथ कितना स्टाफ रहेगा? ये तमाम सवाल इन दिनों चर्चा मे में हैं। बता दें कि राष्ट्रपति पेंशन नियम 1962 के तहत पूर्व राष्ट्रपति को कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 27, 2022 7:10 AM IST

करियर डेस्क : देश के 14वें राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इस दिन वह अपने पद से रिटायर हो जाएंगे। इसके बाद उन्हें राष्ट्रपति भवन को छोड़कर अपनी फैमिली के साथ कहीं और जाना होगा। ऐसे में सवाल जो सभी के मन में चल रहा है कि आखिर रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति कोविंद का नया ठिकाना कहां होगा? क्या वे अपने गांव कानपुर वापस लौट जाएंगे या फिर कहीं और शिप्ट होंगे? पद मुक्त होने के बाद उन्हें कैसी सुविधाएं मिलेंगी और उनका काफिला कैसा होगा? आइए जानते हैं सबकुछ..

12 जनपथ या गांव कहां जाएंगे राष्ट्रपति कोविंद
देश के मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पांच साल राष्ट्रपति भवन में रहने के बाद अब विदाई की तैयारी कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से जो खबर मिल रही है, उसके मुताबिक रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति कोविंद अपने गृह नगर कानपुर (Kanpur) नहीं जाएंगे। वे राष्ट्रीय राजधानी के 12 जनपथ के बंगले में रह सकते हैं।। लुटियन दिल्ली के सबसे बड़े और आलीशान बंगलों में से एक 12 जनपथ के बंगले में मरम्मत का काम जारी है। यह कभी पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का बंगला हुआ करता था। पासवान साल 1989 में यहां रहने आए थे। बता दें कि 12 जनपथ और 10 जनपथ सबसे खास एड्रेस है, जहां राष्ट्रपति रहने जा सकते हैं।

रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति कोविंद को ये सुविधाएं मिलेंगी
अब बात रिटायरमेंट के बाद राष्ट्रपति कोविंद को मिलने वाली सुविधाओं की। प्रेसिंडेट इमॉल्‍यूमेंट्स एक्ट 1951 के मुताबिक पूर्व राष्‍ट्रपति को फर्निशड बंगला मिलता है। उन्हें सरकार राजधानी में केंद्रीय मंत्री को आवंटित होने वाला बंगला ही आवंटित करती है। उनके निधन के बाद यह बंगला उनकी पत्नी या पति को मिल जाता है। जिसका खर्चा यानी किराया सरकार उठाती है। राष्ट्रपति को सेवानिवृत्ति के बाद दो फ्री लैंडलाइन और एक मोबाइल फोन भी दिया जाता है। जिसमें नेशनल रोमिंग की सुविधा होती है। वे लाइफ टाइम ट्रेन और फ्लाइट में मुफ्त में सफर कर सकते हैं।

पेंशन, भत्ता और काफिला
पूर्व राष्ट्रपति को राष्ट्रपति पेंशन नियम 1962 के तहत कई सुविधाएं मिलती हैं। उनकी कार के लिए एक ड्राइवर दिया जाता है। जिसको सरकार सैलरी देती है। पूर्व राष्ट्रपति की कार के ईंधन यानी पेट्रोल-डीजल का खर्च भी सरकार उठाती है। सेवानिवृत्त राष्ट्रपति को देश में कहीं भी मुफ्त आवास, पानी और बिजली की सुविधा मिलती है।  भारत के राष्ट्रपति को रिटायरमेंट के बाद कई तरह के भत्ते दिए जाते हैं। उन्हें हर महीने डेढ़ लाख यानी 1.50 लाख रुपए पेंशन दिया जाता है। उनकी पत्नी को हर महीने 30 हजार रुपए की सचिवीय सहायता मिलती है। स्टाफ खर्च के लिए हर साल 60 हजार रुपए मिलते हैं। ट्रेन या फ्लाइट में वे अपने साथ किसी भी एक आदमी को ले जा सकते हैं। 

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