Success Story: डाटा इज द न्यू ऑयल, इसका क्या मतलब है? Interview में ऐसे सवालों ने सतिंदर को बनाया UPSC टॉपर

Asianetnews Hindi संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी (Success Journey) पर एक सीरीज चला रहा है। इसी कड़ी में हमने सतिंदर कौर  से बातचीत की। आइए जानते हैं इंटरव्यू में सतविंदर से कैसे सवाल पूछे गए थे। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 17, 2021 1:11 PM IST

करियर डेस्क. UPSC के एग्जाम क्वालीफाई करने के तीन स्टेप्स होते हैं। प्री के बाद मेंस और फिर इंटरव्यू। UPSC की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षा माना जाता है। लेकिन UPSC का इंटरव्यू हमेशा सुर्खियों में रहता है। यहां कैंडिडेट्स से कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं।  लुधियाना के दुगरी की रहने वाली सतिंदर कौर (Satinder Kaur) यूपीएससी 2020 परीक्षा में उनकी 563वीं रैक आयी है। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू में कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं कुछ सवाल अप्रत्याशित होते हैं। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) के नतीजे 24 सितंबर, 2021 को जारी किए गए। फाइनल रिजल्ट (Final Result) में कुल 761 कैंडिडेट्स को चुना गया। Asianetnews Hindi संघ लोक सेवा आयोग (UPSC 2020) में सिलेक्ट हुए 100 कैंडिडेट्स की सक्सेज जर्नी (Success Journey) पर एक सीरीज चला रहा है। इसी कड़ी में हमने सतिंदर कौर  से बातचीत की। आइए जानते हैं इंटरव्यू में सतविंदर से कैसे सवाल पूछे गए थे। 


पूछे जाते हैं अप्रत्याशित सवाल
सतिंदर कौर कहती हैं कि इंटरव्यू से पहले उन्हें यह लग रहा था कि बोर्ड मेंबर उनसे पता नहीं क्या सवाल पूछेंगे। उसमें बहुत अनिश्चितता रहती हैं। आपको खुद में विश्वास रखना होता है। इंटरव्यू में ईमानदारी से उत्तर देना होता है। बोर्ड में पांच लोगों को मिलाकर 50 से 60 साल के अनुभव से आपका सामना होता है। उनका कहना है कि इंटरव्यू औसतन 30 से 35 मिनट चलता है।

सवाल- डेटा इज द न्यू ऑयल, इसका क्या मतलब है?
जवाब-
जैसे ऑयल से कई लोगों की इकॉनमी चलती है। उसी तरह से भविष्य में डेटा, न्यू ऑयल होगा। यह कुछ देशों की इकॉनमी का कैरियर होगा।

सवाल- सारे डेटा गवर्नमेंट के साथ शेयर करना है या नहीं?
जवाब-
नहीं, जैसे आंतरिक सुरक्षा और फॉरेन रिलेशंस को लेकर सीक्रेट डेटा होता है। वह डेटा नहीं शेयर करना चाहिए।

सवाल- एडवरटिजमेंट के लिए क्या प्रॉफिट ही मोटिव होता है, किस तरह के मैसेजेस गवर्नमेंट की तरफ से जाते हैं?
जवाब-
गवर्नमेंट का फोकस दो तरह का होता है। एक तो अपने आडियंस के साथ यह कनेक्ट करना कि वह क्या कर रहे हैं। क्या पॉलिसी लाए हैं या क्या स्कीम लांच की है ताकि लोगों को पता चल सके। दूसरा यह है कि सोशल मैसेजिंग होती है, जैसे स्वच्छ भारत अभियान की तरह विज्ञापन गवर्नमेंट की तरफ से आते हैं।

सवाल- प्राइवेट सेक्टर के लिए क्या प्राफिट ही मोटिव है?
जवाब-
प्रॉफिट रहता है पर सोशल मैसेज भी होता है। जैसे कुछ सोशल मैसेजेस के ऊपर एडवरटिजमेंट निकलती हैं। कुछ प्रोडक्ट सरोगेट मीडियम के जरिए विज्ञापन निकालते हैं। जैसे सिगरेट और अल्कोहल हो गया। जिनका प्रॉफिट ही मोटिव होता है।

सवाल-एडवरटिजमेंट का क्या-क्या मॉडल होता है?
जवाब-
हर ऐड बनाने के लिए पहले स्ट्रेटजी बनाई जाती है। फिर उसके लिए आईडिया डेवलप होता है। उस हिसाब से ऐड बनता है। मॉडल का मुझे आइडिया नहीं है।

सवाल- मिडिल ईस्ट में इतना डिस्टरबेंस रहता है, इतने धर्म हैं, उन धर्मों को इकट्ठा कैसे कर सकते हैं, इनमें यूनिटी कैसे आ सकती है?
जवाब-
इतिहास बहुत बड़ा पाठ पढ़ाता है। हमें हर धर्म के सकारात्मक पहलू को हाईलाइट करना चाहिए। जैसे सूफिज्म पुराने जमाने में ब्रिज था, उसने बहुत सारे लोगों को भगवान से जोड़ा और बहुत सारे लोगों को अलग से अहमियत दी। इंडिया के आंतरिक मामलों में इंडिया डायसपोरा इंटरफेयर करता है।

चौथे अटेम्पट में मिली सफलता
सतिंदर कौर कहती हैं कि एमबीए की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लिया गया था। उस समय नई-नई नौकरी लगी थी और पिता के द्वारा लिया गया लोन चुकाना ज्यादा जरूरी थी। इसलिए एडवरटाइजिंग से जुड़ी विभिन्न कम्पनियों में नौकरी की। वर्ष 2015 में शादी हो गई। पति ने पूरा सपोर्ट किया तो वर्ष 2017 में नौकरी छोड़कर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की दी। वर्ष 2018 में प्रीलिम्स क्लियर नहीं हो सका। वर्ष 2019 में इंटरव्यू तक गईं थी। लेकिन अंतिम नतीजों में उन्हें निराशा मिली पर उन्होंने हार नहीं मानी और वर्ष 2020 की परीक्षा में एक बार फिर अपना भाग्य आजमाया। यह उनका चौथा अटेम्पट था। 36 वर्षीय सतिंदर कौर का कहना है कि अभी यह तय नहीं है कि उन्हें किस कैटगेरी में सेवा का मौका मिलेगा लेकिन वह आईएफएस के लिए एक बार फिर परीक्षा में बैठेंगी।

सफलता के पीछे पति का साथ
सतिंदर कौर कहती हैं कि ऐसी धारणा है कि शादी के बाद लड़कियों की लाइफ कठिन हो जाती है लेकिन इस मामले में उनका व्यक्तिगत अनुभव अलग है। उनकी शादी के बाद उनके पति ने उन्हें बहुत सपोर्ट किया। वर्ष 2017 से जब उन्होंने परीक्षा की तैयारी शुरू की तो उनके पति ही घर से जुड़ी जिम्मेदारियों को निभाते थे। उनके पति ने चार साल तक घर की पूरी जिम्मेदारी संभाली। उनका कहना है कि एक लड़की शादी के पहले अपने मां-बाप से जो अपेक्षा करती है। उनके पति ने शादी के बाद उससे अधिक उनके लिए किया। उनकी सफलता के पीछे उनके पति का ही साथ है।

इसे भी पढ़ें- Success Story: एजुकेशन लोन चुकाने 6 साल नौकरी फिर 4 साल तैयारी, कुछ यूं है UPSC Topper सतिंदर कौर की कहानी

UPSC 2020: 4 इंटरव्यू देने के बाद भी IAS ना बनी तो किसकी गलती? इस सवाल ने अहिंसा जैन को वाकई में बनाया IAS

UPSC Success Story: बेंगलुरु में ऐसा क्या है जो जबलपुर में नहीं है? पढ़िए UPSC 2020 की टॉपर अंहिसा जैन का जवाब

UPSC Success Story 2020: 6 अटेम्पट देकर चौथे इंटरव्यू में IAS बन गईं मध्य प्रदेश की अहिंसा जैन

Share this article
click me!