यह हैं यूपी के इलाहाबाद के नैनी के रहने वाले युगांतर त्रिपाठी। ये अब तक राजस्थान में जयपुर पूर्वांचल विद्युत वितरण कंपनी निगम लिमिटेड में अवर अभियंता(जेई) थे। लेकिन इनका ड्रीम प्रशासनिक सेवा में जाने का था। तीन बार UPPSC में बैठे। आखिरी बार मेरिट में दूसरी पोजिशन हासिल की। अब ये डिप्टी कलेक्टर बनेंगे।
इलाहाबाद, यूपी. उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (सामान्य एवं विशेष चयन) 2019 का बुधवार को रिजल्ट घोषित किया। इसमें 25 प्रकार के पदों के लिए कुल 453 पदों के लिए अंतिम रूप से 434 उम्मीदवार सफल रहे। यह हैं यूपी के इलाहाबाद के नैनी के रहने वाले युगांतर त्रिपाठी। ये अब तक राजस्थान में जयपुर पूर्वांचल विद्युत वितरण कंपनी निगम लिमिटेड में अवर अभियंता(जेई) थे। लेकिन इनका ड्रीम प्रशासनिक सेवा में जाने का था। तीन बार UPPSC में बैठे। आखिरी बार मेरिट में दूसरी पोजिशन हासिल की। अब ये डिप्टी कलेक्टर बनेंगे।
हिम्मत नहीं छोड़ी
युगांतर बताते हैं कि उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई यूपी बोर्ड से की। इसके बाद हाईस्कूल तक की पढ़ाई माधव ज्ञान केंद्र इंटर कॉलेज, नैनी से की। रणजीत पंडित इंटर कॉलेज, नैनी से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद यूनाइटेड कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च से बीटेक करने के बाद इनकी जॉब राजस्थान में जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में जेई की पोस्ट पर लग गई। युगांतर कहते हैं कि वे शुरू से ही प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते थे। इसलिए लगातार UPPSC में बैठ रहे थे। दो बार असफल रहे, लेकिन हिम्मत नहीं छोड़ी। तीसरी बार वे सफल रहे।
युगांतर अंग्रेजी मीडियम से पीसीएस परीक्षा में शामिल हुए थे। वे अभी महज 29 साल के हैं। युगांतर कहते हैं कि उन्होंने बीटेक किया, लेकिन UPPSC में अपना वैकल्पिक विषय इतिहास रखा था। युगांतर साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। इनके पिता रवि प्रकाश त्रिपाठी छिवकी रेलवे स्टेशन पर प्रबंधक के पद से रिटायर हो चुके हैं। वहीं, मां मधु त्रिपाठी गृहणी हैं।
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