यह शर्मनाक तस्वीर दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल की है। यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने नशे की हालत में वो शर्मनाक हरकत कर दी कि देखने वाले शॉक्ड रह गए। डॉक्टर की लापरवाही से न सिर्फ मरीज की मौत हो गई, बल्कि डॉक्टर मुर्दे में जान फूंकने की कोशिश करता रहा। मरीज की मौत के बाद भी डॉक्टर को कोई फर्क नहीं पड़ा। उसने दो टूक कहा कि मौत की वजह जानना है, तो फारेंसिक एक्सपर्ट से पूछना होगा।
दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़. यह शर्मनाक तस्वीर जिला अस्पताल की है। यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने नशे की हालत में अपने पेशे को शर्मसार कर दिया। समय पर मरीज को नहीं देखने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद भी डॉक्टर को कोई फर्क नहीं पड़ा। वो झूमते हुए मुर्दे में जान फूंकने की बात कहता रहा। मामला सामने आने के बाद डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
15 मिनट बाद कुर्सी से उठ सका डॉक्टर
कटेकल्याण के रहने वाले 37 वर्षीय अजमन ठाकुर को तबीयत बिगड़ने पर गुरुवार दोपहर जिला अस्पताल लाया गया था। यहां कैजुएल्टी वार्ड में डॉ. जे पात्रे की ड्यूटी थी। रात को मरीज की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने डॉ. पात्रे से संपर्क किया। उस वक्त डॉक्टर नशे की हालत में थे। वे 5 मिनट का कहकर 15 मिनट बाद मरीज को देखने पहुंचे। वे ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे। रात करीब 9 बजे मरीज ने दम तोड़ दिया। हैरानी की बात यह है कि मरीज की मौत के बाद वे नर्स से ऑक्सीजन का इंतजाम करने को बोलने लगे। इसके बाद कहने लगे कि वे मुर्दे में जान फूंक सकते हैं। बाद में जब परिजनों को आक्रोशित देखा, तो गिड़गिड़ाकर बोले कि जितना चाहो पीट लो, लेकिन पत्नी को नहीं बताना।
अजीब हरकतें
डॉक्टर ने बेशर्म से कहा कि अगर वे पहले भी मरीज को देख लेते, तो भी कुछ नहीं कर सकते थे। फिर कहने लगे कि यह एक्सपायर कैसे हुए..इसका पता करना है, तो फॉरेंसिक एक्सपर्ट की सलाह लेनी होगी। अगर वे डॉक्टर को दोषी मानें, तो जेल चला जाऊंगा।