CoronaVirus:केंद्र ने राज्यों से ऑक्सीजन व वेंटिलेटर्स जैसे लाइफ सपोर्ट इक्विपमेंट्स की मॉड ड्रिल को कहा

 चीन सहित कुछ देशों में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और अस्पतालों में वेंटिलेटर जैसे लाइफ सपोर्ट इक्विपमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है।

Amitabh Budholiya | Published : Dec 24, 2022 8:23 AM IST / Updated: Dec 24 2022, 02:02 PM IST

नई दिल्ली(New Delhi). चीन सहित कुछ देशों में कोरोना के नए वेरिएंट BF.7 (जिसे एक्सपर्ट ने BA.5.2.1.7 नाम दिया है) के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने शनिवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन, सिलेंडरों का पर्याप्त भंडार और अस्पतालों में वेंटिलेटर जैसे लाइफ सपोर्ट इक्विपमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है। इसका मकसद किसी भी चुनौती का सामना करने के तैयार रहना है। जानिए पूरी डिटेल्स...


 स्वास्थ्य मंत्रालय ने उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन ( Pressure Swing Adsorption-PSA) ऑक्सीजन जेनरेट करने वाले प्लांट्स को पूरी तरह चालू रखा जाए और उनकी जांच के लिए नियमित मॉक ड्रिल आयोजित की जाएं।

सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को लिखे पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय के एडिशनल सेकेट्री मनोहर अगनानी ने कहा कि देश में मामलों की संख्या कम होने के बावजूद किसी भी स्थिति से निपटने के लिए इन मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर का संचालन और रखरखाव अत्यंत महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन सभी क्लिनिकल सेटिंग्स में एक महत्वपूर्ण संसाधन है, विशेष रूप से महामारी प्रबंधन के दौरान और रोगी की देखभाल और कोविड-19 प्रबंधन के दौरान जीवन बचाने के लिए विश्वसनीय ऑक्सीजन आपूर्ति महत्वपूर्ण है। 


देश में संक्रमण के संभावित प्रसार को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा उठाए गए कदमों के बीच शनिवार को हवाईअड्डों पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की रेंडम कोरोना वायरस टेस्टिंग शुरू हो गई। अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद, पुणे, इंदौर और गोवा सहित विभिन्न हवाईअड्डों पर सुबह यात्रियों की रैंडम कोविड जांच शुरू हुई। नए दिशानिर्देशों में हवाई अड्डों पर प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय उड़ान में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत के टेस्टिंग की आवश्यकता होती है और ऐसे यात्रियों की संबंधित एयरलाइनों द्वारा पहचान की जाएगी।

शनिवार को दोहा से चेन्नई हवाईअड्डे पर इंडिगो की उड़ान से पहुंचे एक यात्री ने कहा कि हवाईअड्डे पर कोविड टेस्टिंग प्रॉसिस सुचारू थी। चेन्नई हवाईअड्डे ने अपने अनुभव शेयर करते हुए यात्री की एक वीडियो क्लिप ट्वीट की और कहा कि यात्री "स्मूथ टेस्टिंग प्रॉसीजस्र से खुश हैं।"

सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 29 अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे हैं और 23 दिसंबर को यहां पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 87,966 थी। दिल्ली हवाईअड्डे ने सुबह एक ट्वीट में कहा, "हम तैयार हैं! आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। अंतरराष्ट्रीय आगमन वाले यात्रियों के लिए 2% रैंडम सैंपलिंग आज सुबह 10 बजे से टी3 पर शुरू हुई।" इसने सभी से टेस्टिंग प्रोसेस के दौरान ऑन-ग्राउंड कर्मचारियों के साथ सहयोग करने का भी आग्रह किया।

दिशा-निर्देशों के अनुसार, सैम्पल जमा करने के बाद संबंधित अंतरराष्ट्रीय यात्री हवाईअड्डे से बाहर जा सकते हैं। प्रवेश के बिंदु पर सभी यात्रियों के लिए थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण पाए जाने वालों को तुरंत अलग कर दिया जाएगा। सरकार ने शनिवार को कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए कोविड का पता लगाने के लिए आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य होगी। विभिन्न देशों में कोविड मामलों में वृद्धि के बीच प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आगाह करते हुए और कहा था कि ऑनगोइंग निगरानी उपायों, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर इन्हें मजबूत किया जाना चाहिए। 

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