आप के गुजरात अध्यक्ष गोपाल इटालिया कतारगाम सीट से हारे, BJP के विनोद मोराडिया ने दी पटखनी

गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तूफान में कांग्रेस और आप दोनों उड़ गईं। कतारगाम सीट पर आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया चुनाव हार गए हैं। 14 राउंड की मतगणना के बाद गोपाल इटालिया बीजेपी के विनोदभाई मोराडिया से 64 हजार से भी ज्यादा वोटों से हार गए। 

Katargam Seat Results 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी के तूफान में कांग्रेस और आप दोनों उड़ गईं। इसी बीच, खबर है कि कतारगाम सीट पर आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया चुनाव हार गए हैं। 14 राउंड की मतगणना के बाद गोपाल इटालिया बीजेपी के विनोदभाई मोराडिया से 64 हजार से भी ज्यादा वोटों से हार गए हैं। मोराडिया को जहां 120505 वोट मिले, वहीं इटालिया को महज 55878 वोट ही मिले। वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार कल्पेश वारिया कतारगाम सीट पर तीसरे नंबर पर रहे। उन्हें 26840 वोटों से संतोष करना पड़ा। 

'आप' की सबसे फेवरेबल सीट थी कतारगाम : 
बता दें कि 'आप' के गोपाल इटालिया हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों में से एक थे और कतारगाम को आप के लिए सबसे फेवरेबल सीट माना जा रहा था। आम आदमी पार्टी को लगता था कि सौराष्ट्र के पाटीदार समुदाय के हीरा और कपड़ा श्रमिकों में बीजेपी का मोहभंग हो चुका है, ऐसे में उन्हें इस सीट पर फायदा मिल सकता है, लेकिन नतीजे बिल्कुल इसके उलट हैं। 

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गुजरात की जनता ने 'आप' को सिरे से नकारा : 
बता दें कि गुजरात को लेकर आप की उम्मीदें तब और बढ़ गई थीं, जब पिछले साल उन्होंने सूरत नगर निकाय चुनावों में आश्चर्यजनक प्रदर्शन करते हुए 27 सीटें जीत ली थीं। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने गुजरात में हीरा पॉलिश करने वाले मजदूरों और अन्य वर्गों के वोटर्स को लुभाने के लिए 300 यूनिट तक फ्री बिजली, मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा और बेरोजगारी भत्ता देने जैसी लोक-लुभावन घोषणाएं की थीं, लेकिन गुजरात की जनता ने इसे सिरे से नकार दिया।

5 सीट पर सिमटती दिख रही आप : 
बता दें कि गुजरात में जीत के बड़े-बड़े दावे करने वाली आम आदमी पार्टी 5 सीटों के आसपास सिमटती दिख रही है। गुजरात की जनता ने केजरीवाल की मुफ्त रेवड़ियों को सिरे से नकार दिया है। वहीं कतारगाम सीट की बात करें तो यहां कुल 3.18 लाख मतदाता हैं, जिनमें से पाटीदार सबसे बड़ा समुदाय है। इसके बाद प्रजापति हैं, जो ओबीसी हैं। इस क्षेत्र में बसे अधिकांश पाटीदार हीरा और कपड़ा उद्योगों में लगे हुए हैं। 2022 में वोटिंग प्रतिशत 2017 की तुलना में लगभग 4 प्रतिशत कम रहा। राज्य में 2017 में 68.39 प्रतिशत के मुकाबले इस बार सिर्फ 64.33 प्रतिशत मतदान हुआ। गुजरात में 2017 में भाजपा ने 99 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। 

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