
गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए आगामी 1 दिसंबर को वोटिंग होनी है। इसके लिए मंगलवार शाम पांच बजे प्रचार अभियान थम गया। गुरुवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में दक्षिण गुजरात और कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र के 19 जिलों की 89 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चरण में 1362 उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया था, जिसका नोटिफिकेशन 5 नवंबर को जारी हुआ। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 14 नवंबर थी। स्क्रूटनी और नाम वापसी के दौर के बाद चुनाव आयोग ने 18 नवंबर को बताया था कि इस चरण में 788 उम्मीदवार मैदान में हैं। बता दें कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126 के अनुसार, वोटिंग के खत्म होने के समय से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार प्रतिबंधित हो जाता है।
गुजरात में अब तक सत्ता के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच दो ध्रुवीय प्रतिस्पर्धा होती रही है, मगर इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में है और कड़े रूप से चुनौती दे रही है। आम आदमी पार्टी ने राज्य में कुल 182 विधानसभा सीटों में से 181 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। हालांकि, पार्टी ने सभी 182 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया था और सभी 182 ने पर्चा भी दाखिल किया। मगर सूरत पूर्व विधानसभा सीट से आप प्रत्याशी कंचन जरीवाला ने पार्टी में गुटबाजी का आरोप लगाते हुए नाम वापस ले लिया। पहले चरण की 89 विधानसभा सीटों में से आप के 88 उम्मीदवार मैदान में हैं। सूरत-पूर्व विधानसभा सीट पर इसी चरण में मतदान हो रहा है।
आप ने इसुदान को बनाया है सीएम फेस
वहीं, कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन ने भी 182 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, मगर ऐन वक्त पर एनसीपी के एक प्रत्याशी ने नाम वापस ले लिया। दूसरी ओर भाजपा सभी 182 सीटों पर मैदान में है। भाजपा ने भूपेंद्र पटेल को सीएम पद का उम्मीदवार बनाया है, जबकि आम आदमी पार्टी ने इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया है। गढ़वी देवभूमि द्वारका जिले की खांभलिया विधानसभा सीट से मैदान में हैं। इस सीट पर पहले चरण में ही मतदान हो रहा है। वहीं, गुजरात के पूर्व मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी, छह बार विधायक रहे कुंवरजी बावलिया, मोरबी के 'नायक' और पूर्व विधायक कांतिलाल अमृतिया, क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा और गुजरात आप के अध्यक्ष गोपाल इटालिया भी इसी चरण में मैदान में हैं।
इस चरण में 718 पुरूष और 70 महिला उम्मीदवार
बता दें कि पहले चरण के लिए भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा समेत कई अन्य भाजपा नेताओं ने बहुत सी रैलियां-रोड शो किए। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी खुद को भाजपा के खिलाफ मुख्य दावेदार स्थापित कर रही है। इस चरण में भाजपा ने 9, कांग्रेस ने 6 और आप ने 5 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इस चरण में 788 उम्मीदवारों में 718 पुरूष उम्मीदवार हैं, जबकि 70 महिला उम्मीदवार हैं।
339 निर्दलीय प्रत्याशी पहले चरण में
पहले चरण में मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी यानी बसपा ने 57, भारतीय ट्राइबल पार्टी यानी बीटीपी ने 14, सपा ने 12, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने चार, भाकपा ने दो उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इसके अलावा 339 निर्दलीय प्रत्याशी भी पहले चरण में किस्मत आजमा रहे हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में जिन 19 जिलों को कवर किया जा रहा है, वहां कुल रजिस्टर्ड वोटर 2 करोड़ 39 लाख 76 हजार 670 हैं। इसमें एक करोड़ 24 लाख 33 हजार 362 वोटर पुरूष और 1 करोड़ 15 लाख 42 लाख 811 वोटर महिला हैं। इसके अलावा, थर्ड जेंडर वोटरों की संख्या 497 है। बता दें कि गुजरात में कुल रजिस्टर्ड वोटरों की संख्या 4 करोड़ 19 लाख 35 हजार 400 है।
5 नवंबर को जारी हुआ था नोटिफिकेशन
पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी हुआ था। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को हुई, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय थी। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर को हुई। गुजरात विधानसभा चुनाव में दोनों चरणों के लिए नामांकन का दौर समाप्त हो चुका है। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए प्रचार अभियान 29 नवंबर की शाम पांच बजे खत्म होगा। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख थी। दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर थी।
34 हजार से अधिक कंट्रोल यूनिट बनाए गए
पहले चरण की वोटिंग के लिए 25 हजार 434 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इसमें शहरी क्षेत्रों में 9 हजार 18 पोलिंग बूथ है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 16 हजार 416 पोलिंग बूथ हैं। चुनाव आयोग के अनुसार, पहले चरण में कुल 34 हजार 324 बैलेट यूनिट हैं, जबकि 34 हजार 324 कंट्रोल यूनिट है। इसके अलावा 38 हजार 749 वीवीपीएटी यानी वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल का इस्तेमाल भी किया जाएगा। कुल दो लाख 20 हजार 288 ट्रेंड अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात पर रहेंगे। पहले चरण में 27 हजार 978 पीठासीन अधिकारी और 78 हजार 985 पोलिंग अधिकारी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
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