वोटिंग से पहले इस बड़े समाज के नेताओं में मतभेद! जानिए क्यों शुरू हुआ झगड़ा, बहाने बनाकर टाल रहे बैठक!

Gujarat Assembly Election 2022: चुनाव से पहले पाटीदारों आपसी मतभेद हो गए हैं। इतने सारे गुट बन गए हैं कि कोई किसी की बात नहीं सुन रहा। एक पक्ष बैठक बुलाता है, तो दूसरा टालमटोल कर इसे रद्द करा देता है। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 8, 2022 7:36 AM IST / Updated: Nov 08 2022, 01:08 PM IST

गांधीनगर। Gujarat Assembly Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव में पाटीदारों आपसी मतभेद हो गए हैं। टिकट को लेकर कई गुट बन गए हैं और वोट देने के लिए राजनीतिक दल की पसंद पर भी एक राय  नहीं बन रही। विधानसभा चुनाव में पाटीदार  नेताओं को ज्यादा से ज्यादा टिकट मिले, इसके लिए इनके संगठनों और तमाम सक्रिय संस्थाओं ने बैठक बुलाई थी। यह बैठक अहमदाबाद के सोला में उमिया माता मंदिर परिसर होने वाली थी। इस बीच पाटीदारों के नेता आपस में ही उलझ गए। 

यह ऐलान उंझा और सिदसर उमिया माता संस्था के अलावा खोडलधाम, विश्व उमियामाता संस्थान जासपुर और सरदार धाम संस्थाओं के मौजूद होने का दावा किया गया था। दिलचस्प ये है कि बैठक की घोषणा के कुछ ही समय बाद संस्थाओं के बीच झगड़ा हो गया। बहुत से सदस्य बैठक में शामिल होने को लेकर बहानेबाजी और टालमटोल करने लगे। दरअसल, यह बैठक करने का निर्णय सोमवार, 7 नवंबर को ईडब्ल्यूएस रिजर्वेशन के पक्ष में फैसला आने के बाद लिया गया था। 

बड़े  नेताओं के शामिल होने की बात थी, कोई नहीं पहुंचा 
इस बैठक को करने का मकसद बताते हुए कहा गया कि इसमें उंझा उमियामाता ट्रस्ट के अध्यक्ष और दसक्रोई विधानसभा सीट से विधायक बाबू जमना पटेल शामिल होंगे। इसके अलावा, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष रमेश दूधवाला और सीके पटेल, सौराष्ट्र में उमियाधाम के जयराम भाई वांसजनिया और खोडलधाम के नरेश पटेल सहित कई पाटीदार नेताओं को मौजूद रहना था। मगर कई नेताओं और सदस्यों ने इसमें आने से मना कर दिया। विश्व उमियाधाम के अध्यक्ष  आरपी पटेल ने कहा कि वे बाहर हैं, ऐसे में शामिल नहीं हो सकते। बहरहाल, ऐसी बैठकों से दूर रहने को लेकर संस्था के लोगों का मानना है कि चुनाव के समय आपसी विवाद को भूलकर एकसाथ आना होगा। 

पहले चरण के लिए 1 दिसंबर को वोटिंग
गुजरात विधानसभा चुनाव में पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए गजट नोटिफिकेशन 5 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया के लिए 10 नवंबर को जारी होगा। स्क्रूटनी पहले चरण के लिए 15 नवंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 18 नवंबर की तारीख तय है। नाम वापसी की अंतिम तारीख पहले चरण के लिए 17 नवंबर और दूसरे चरण के लिए 21 नवंबर निर्धारित की गई है। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया 14 नवंबर अंतिम तारीख होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए नामाकंन प्रक्रिया की अंतिम तारीख 17 नवंबर होगी। राज्य में पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी, जबकि दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर (Gujrat Vidhansabha Chunav kitni tarikih ko hai) को होगी। वहीं, मतगणना दोनों चरणों की 8 दिसंबर को होगी और संभवत: उसी दिन देर रात तक अंतिम परिणाम जारी हो जाएंगे। 

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