पंजाब चुनाव: बिक्रम मजीठिया जेल में मनाएगा अपना जन्मदिन, सुखबीर बादल मुलाकात करने पहुंच रहे पटियाला

बिक्रमजीत सिंह मजीठिया इन दिनों पटियाला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ नशा तस्करी का केस दर्ज है। इस मामले को लेकर मजीठिया जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे। कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत इस शर्त पर दी थी कि वह 23 फरवरी के बाद कोर्ट में सरेंडर कर देंगे। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 1, 2022 8:07 AM IST

पटियाला। नशा तस्करी के आरोप में पटियाला जेल में बंद अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया का आज जन्मदिन है। उन्हें अभी तक जमानत नहीं मिली है। इस वजह से अपना जन्मदिन अब जेल में ही मनाना पड़ेगा। इधर, आज पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री और अकाली दल के सीनियर लीडर सुखबीर बादल भी मजीठिया से मिलने पहुंच रहे हैं। 

बिक्रमजीत सिंह मजीठिया इन दिनों पटियाला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ नशा तस्करी का केस दर्ज है। इस मामले को लेकर मजीठिया जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट गए थे। कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत इस शर्त पर दी थी कि वह 23 फरवरी के बाद कोर्ट में सरेंडर कर देंगे। 24 फरवरी को उन्होंने मोहाली कोर्ट में सरेंडर कर दिया था, लेकिन यहां उन्हें जमानत नहीं मिली। इस वजह से उन्हें अब जेल भेज दिया गया है। अभी मजीठिया के वकील नियमित बेल के लिए पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट में याचिका दायर करने की प्रक्रिया चलाए हुए हैं। लगातार छुट्टी होने की वजह से अभी तक याचिका को दायर नहीं किया गया है। 

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जेल में अध्यात्मिक किताबें पढ़कर वक्त निकाल रहे बिक्रम मजीठिया
जेल के अधिकारियों ने बताया कि बिक्रम मजीठिया जेल में अध्यात्मिक किताबें पढ़कर अपना वक्त निकाल रहे हैं। इधर, अकाली दल ने मामले को लेकर कांग्रेस सरकार पर जोरदार हमला बोल रखा है। अकाली दल के नेता सुखबीर बादल ने कहा कि मजीठिया पर फर्जी केस बनाया गया है। इसके कांग्रेस ने कई डीजीपी बदले। उनका यह भी कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की वजह से इस तरह के आरोप लगाती रही है। लेकिन इस बार मतदाताओं ने कांग्रेस को इसका जवाब दे दिया है। कांग्रेस इस बार पंजाब में सत्ता से बाहर हो रही है। 

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पंजाब कोई दल खत्म नहीं कर पाया नशा और माफिया
बता दें कि पंजाब में नशा एक बड़ा मुद्दा है। हर सरकार दावा करती है कि नशा माफिया को खत्म करेंगे, लेकिन हकीकत में इस पर रोक लगाने में सभी पार्टियां नाकाम साबित हो रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में भी अकाली दल पर कांग्रेस ने नशा माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया था। लेकिन कांग्रेस के पांच साल के कार्यकाल में भी नशे पर रोक लगती नजर नहीं आई। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सरकार में बिक्रमजीत सिंह मजीठिया पर नशा तस्करी के मामले को नशा तस्करों पर रोक लगाने की दिशा में बड़ा कदम बताया था।

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