बादल गांव ही नहीं बल्कि इस विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में इस तरह की सुविधाएं देखने को मिलेगी। पंजाब के 5 बार CM रह चुके शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता प्रकाश सिंह बादल का इलाका है। बादल उनका अपना गांव है जहां वाटर वर्कर्स से लेकर सीवरेज और स्टेडियम से लेकर बड़ा अस्पताल तक, सब मौजूद है।
Lambi Election Results 2022: लंबी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुंदियां (Gurmeet Singh Khudian) ने शिरोमणी अकाली दल के अनुभवी उम्मीदवार प्रकाश सिंह बादल (Prakash Singh Badal) को 11,396 वोटों से हराकर दमदार जीत दर्ज की है। आप प्रत्याशी को जहां 66,313 वोट मिले, तो वहीं प्रकाश सिंह बादल को 54,917 वोट हासिल हुए। कांग्रेस के जगपाल सिंह को केवल 10,136 वोटों से संतोष करना पड़ा। वोट प्रतिशत की बात करें तो आप प्रत्याशी को 48.87 प्रतिशत वोट मिले, वहीं बादल को 40.47 प्रतिशत वोटों के साथ ही संतोष करना पड़ा।
लंबी सीट से जुड़ी खास बात
लंबी विधानसभा क्षेत्र यूं तो पूरी तरह से ग्रामीण इलाका है। इसी विधानसभा का गांव है बादल। छोटा सा। गांव की ओर जाते ही महसूस होने लगेगा किसी खास गांव की ओर जा रहे हैं। साफ और चौड़ी सड़क। मजाल है कोई गड्ढा हो। किनारे पर सफेद पट्टी। गांव से बाहर कतारों में खजूर के पेड़, इस गांव को रॉयल लुक देने के लिए काफी है। खजूर यहां उगता नहीं, लगाया गया है। आखिर यह देश के सबसे बुजुर्ग उम्मीदवार और सबसे ज्यादा वक्त तक जेल में रहने वाले नेता पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा क्षेत्र लंबी का गांव बादल है। बादल गांव ही नहीं बल्कि इस विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में इस तरह की सुविधाएं देखने को मिलेगी। पंजाब के 5 बार CM रह चुके शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता प्रकाश सिंह बादल का इलाका है। बादल उनका अपना गांव है जहां वाटर वर्कर्स से लेकर सीवरेज और स्टेडियम से लेकर बड़ा अस्पताल तक, सब मौजूद है।
सीट का इतिहास
लंबी विधानसभा सीट पर प्रकाश सिंह बादल के आने का भी अपना एक इतिहास है। प्रकाश सिंह बादल ने अपना पहला चुनाव अकाली दल के ही टिकट पर वर्ष 1967 में गिदड़बाहा विधानसभा सीट से लड़ा। वह चुनाव बहुत रोचक रहा। तब बादल के सामने कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम रहे हरचरण सिंह बराड़ थे। उस मुकाबले में बादल बराड़ से मात्र 57 वोट से हार गए। बादल की अपने सियासी जीवन की यह पहली और अभी तक की आखिरी हार रही। उसके बाद वह 1969 से 1992 तक विधायक रहे। 1992 में अकाली दल ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। तब यहां से कांग्रेस के रघुबीर सिंह जीते थे। बताया जाता है कि तब कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने गिद्दबाह से प्रकाश सिंह बादल को हराने की पूरी तैयारी की। बताया जा रहा है, बादल थोड़ा परेशान हो गए। तब उन्होंने अपने भतीजे मनप्रीत सिंह बादल को चुनाव लड़ाया। मनप्रीत यहां से जीत गए। इस तरह से बादल लंबी विधानसभा क्षेत्र में आ गए थे।
बादल का रहा एक छत्र राज
प्रकाश सिंह बादल यहां से लंबी विधानसभा क्षेत्र में में चले गए। तब से लेकर अभी तक लंबी में उनका एकछत्र राज रहा है। उन्हें हराना तो दूर की बात है, प्रतिद्वंद्वी उनके नजदीक भी नहीं पहुंच रहा है। लंबी सीट पर बीते 25 सालों से प्रकाश सिंह बादल का राज है। इस सीट पर कुल 13 बाद चुनाव हुआ। जिसमें से 5 बार 1997 से अभी तक तो प्रकाश सिंह बादल ही विधायक चुने गए।
जबकि बादल से पहले तीन बार कांग्रेस और दो बार कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने भी इस सीट पर राज किया है। प्रकाश सिंह बादल से पहले बादल के ही बड़े भाई गुरदास सिंह बादल अकाली दल के टिकट पर 1977 से 1980 तक इस सीट से विधायक रह चुके हैं। वहीं 1997 से पहले गुरनाम सिंह कांग्रेस के टिकट पर इस सीट से विधायक थे। 2017 में कैप्टन अमरिंदर सिंह यहां से प्रकाश सिंह बादल को चुनौती देने के लिए आए, लेकिन हार का सामना करना पड़ा। इस चुनाव में प्रकाश सिंह बादल को 66,375 और कैप्टन अमरिंदर सिंह को 43,605 वोटें मिली थी।
इस बार प्रकाश सिंह बादल के सामने कौन?
आम आदमी पार्टी ने यहां से गुरमीत सिंह खुड़िया को अपना उम्मीदवार बनाया। कांग्रेस जगपाल सिंह अबूल खुराना को उतारा है।
कुल वोट – 156334 पुरुष – 82168 महिलाएं – 74166 वोटर टर्नआउट – 133586 – 85.44%
2022 कुल वोट – 165827 पुरुष – 86647 महिलाएं – 79178 थर्ड जैंडर – 2 कुल पोलिंग बूथ – 177