सार

क्रिकेटर से नेता बने नवजोत सिंह सिद्धू फिर चर्चा में हैं। पंजाब की राजनीति में उनकी वापसी की अटकलें तेज हैं। सिद्धू ने भविष्य का फैसला पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया है।

पंजाब। पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस पार्टी के नेता नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर से लोगों के बीच सुर्खियों में बने हुए हैं। नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब की राजनीति में दोबारा से सक्रिय हो सकते हैं। इस तरह के आसार इस वक्त जताए जा रहे हैं। जब इस बारे में खुद नवजोत सिंह सिद्धू से पूछा गया तो उन्होंने इस पर सीधा-सीधा जवाब देने की बजाए। पार्टी आलाकमान पर सारी चीजों को डाल दिया। अपनी बात में उन्होंने कहा कि इसका जवाब मेरा आलाकमान दे सकता है, मैं नहीं। ऐसे में आइए नजर डालते हैं नवजोत सिंह सिद्धू के उतार-चढ़ाव से भरे राजनीतिक सफर पर।

इतनी संपत्ति के मालिक है नवजोत सिंह सिद्धू

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 2001 में नवजोत सिंह सिद्धू ने कमेंट्री से जुड़ा अपना सफर शुरु किया था। 2014 में वो सोनी के साथ आईपीएल में कमेंट्री करने के लिए जुड़े। इस दौरान उन्हें एक सीजन के लिए 60 से 70 लाख रुपए दिए जा रहे थे। 2017 के पंजाब चुनाव के वक्त नवजोत सिंह सिद्धू एक हलफनामा दायर किया था, जिसके मुताबिक 45.90 करोड़ उनकी नेटवर्थ होने की बात सामने आई थी। वहीं, 53 लाख की लायबिलिटी थी। उनके पास 30 लाख रुपए की सोने की ज्वेलरी है। वहीं, महंगी घड़ियों का भी शौकीन है। साथ ही उनके पास 44 लाख रुपए की घड़ी है। उनके नाम पटियाला हाउस में 6 शोरूम मौजूद है। उनके पास एक घर मौजूद है जिसकी कीमत 1.44 करोड़ रुपए हैं।  1200 स्क्वायर यार्ड का घर मौजूद है। साथ ही अमृतसर में उनकी 34 करोड़ की प्रोपर्टी मौजूद है। उनके पास इसके अलावा दो टोयोटा लैंड क्रूजर मौजूद है। उनकी कीमत कम से कम 1.19 करोड़ है।

उतार-चढ़ाव से भरा रहा राजनीतिक सफऱ

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 2004 से की थी। बीजेपी पार्टी की तरफ से वो अमृतसर लोकसभा सीट पर 2004 से लेकर 2014 तक सांसद की भूमिका में नजर आएं। 2016 में वो राज्यसभा के सांसद भी बने लेकिन उन्होंने केवल 3 महीने के बाद इस्तीफा दे दिया। जब 2017 में विधानसभा चुनाव होने वाले थे उससे पहले ही नवजोत सिंह सिद्धू ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। 2019 में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कैबिनेट में कुछ बदलाव किए थे, जिसके आधार पर नवजोत सिंह सिद्धू का मंत्रिमंडल बदल दिया था। इसका विरोध जताते हुए सिद्धु ने इस्तीफा दे दिया था। 2022 में कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू को मात देकर आप पार्टी की जीवनजोत कौर चुनाव जीती थी। इसके बाद वो राजनीति से दूरी बनाते हुए दिखाई दिए।

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