सार

नवजोत कौर सिद्धू ने सिर्फ़ 40 दिनों में कैंसर को मात दी! खास डाइट और लाइफस्टाइल से उन्होंने ये जंग जीती। जानिए क्या था उनका सीक्रेट।

पंजाब। दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में से एक आती है कैंसर। इसके इलाज की प्रक्रिया काफी ज्यादा मुश्किल होती है। कुछ इंसान इस बीमारी के आगे घुटने टेक देते हैं तो कुछ इसका मुकाबला एक यौद्धा की तरह करते हैं। इस लिस्ट में पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू का नाम भी शामिल है। नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि उनकी पत्नी कैंसर से फ्री हो गई है। महज 40 दिन के अंदर उन्होंने कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी को मात देने का काम किया है। ऐसा नवजोत कौर सिद्धू ने अपनी डाइट औऱ लाइफस्टाइल में चेंज करके किया है। ऐसे में अब हर कोई ये जानना चाहता है कि उन्होंने अपनी डाइट में क्या-क्या चीजें शामिल की है।

25 किलो तक किया वजन कम

नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर एक साल से कैंसर जैसी बीमारी से गुजर रही थी। लेकिन उन्होंने इससे बाहर निकलने की सोची। नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि डॉक्टर ने उनके इलाज के वक्त तीसरी स्टेज के वक्त बहुत कम बचने की उम्मीद जताई थी। नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि सही डाइट के साथ उन्होंने अपनी फैटी लिवर की परेशानी को भी आसानी से खत्म कर दिया। इतना ही नहीं 25 किलो तक उन्होंने वजन कम करके खुद को फिट भी बना लिया।

डाइट में शामिल की चीजें-

- नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि कैंसर पेंशेंट को शुगर औऱ कार्बोहाइड्रेट्स मत दीजिए। इससे अपने आप कैंसर की कोशिकाएं मरने लगेंगी।

- कैंसर के इलाज के वक्त आप हर्बल चाय का सेवन जरूर करें। इसके लिए आप पानी के अंदर दालचीनी, काली मिर्च, लौंग, छोटी इलायची को उबाल ले और फिर मीठा करने के लिए हल्के से गुड़ का इस्तेमाल करें।

-नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि उनकी पत्नी दिन छिपने से पहले 6 या 6:30 बजे डिनर कर लेती थी। साथ ही अपने दिन की शुरुआत 10:30 नींबू पानी के साथ किया करती थी। साथ ही डाइट में वो एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी कैंसर वाले फूड लिया करती थी।

- कच्ची हल्दी, एक लहसुन औऱ सेब का सिरका भी उन्हें दिया जाता था। साथ ही आधा घंटा बाद 10 से 12 नीम के पत्ते दिए जाते थे। बेरीज को कैंसर की सबसे तगड़ी दवा के रूप में बताया।

ये भी पढें-

दिल्ली प्रदूषण पर SC सख्त: हर एंट्री पर पुलिस की तैनाती, युवा वकील करेंगे मॉनिटर

केजरीवाल ने चला बीजेपी के खिलाफ रेवड़ी दांव, क्या फिर से दिल्ली कहेगी 'आप'?