पंजाब में PM मोदी, अमित शाह, कैप्टन और सुखदेव ढींडसा करेंगे चुनाव प्रचार, जल्द जारी होगा पूरा प्रोग्राम

पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की एक फरवरी को आखिरी तारीख है। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए एनडीए गठबंधन भी तैयार हो गया है। भाजपा, पंजाब लोक कांग्रेस और शिअद संयुक्त ने चुनावी कैम्पेन की रणनीति को सर्वसम्मति से अंतिम रूप दे दिया है। 5 जनवरी को फिरोजपुर की घटना के बाद अब एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पजाब में चुनाव प्रचार करने के लिए आएंगे। उनके साथ गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिअद संयुक्त के प्रमुख सुखदेव सिंह ढींडसा भी प्रचार में अहम भूमिका निभाएंगे। राज्य में 10 फरवरी से प्रचार शुरू होने की संभावना है। 

गठबंधन के चुनाव प्रचार के संबंध में एक दिन पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री और पीएलसी प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि गठबंधन प्रचार के लिए पूरी तरह से तैयार है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के सभी नेताओं के साथ वह पंजाब में घूम-घूम कर प्रचार करेंगे। इसके लिए पूरी कार्ययोजना तैयार हो गई है। एक-दो दिन में इसकी घोषणा भी सार्वजनिक कर दी जाएगी। 

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तीनों पार्टियों के बीच ये है सीट शेयरिंग का फॉर्मूला
बीजेपी ने पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव ढींढसा के नेतृत्व वाले शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने की घोषणा की है। बीजेपी ने 65 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। जबकि पंजाब लोक कांग्रेस 37 और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। ढींडसा शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेताओं में माने जाते थे, लेकिन बाद में वह पार्टी से अलग हो गए और उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) बना लिया था।

1997 के बाद पहली बार भाजपा और शिअद अलग-अलग
1997 के विधानसभा चुनावों के बाद ऐसा पहली बार है कि भाजपा अपने पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के बिना पंजाब में चुनाव लड़ रही है। अकाली दल पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी पार्टी थी। हाल ही में निरस्त किए गए कृषि कानूनों पर असहमति बनने के बाद शिअद ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था।

5 जनवरी को पीएम मोदी को वापस लौटना पड़ा था
पंजाब में गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार में जुटने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि पिछली बार 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिरोजपुर में हाइवे बंद होने और सुरक्षा में हुई चूक के कारण बिना रैली के ही वापस दिल्ली लौटना पड़ा था। पीएम खराब मौसम की वजह से बठिंडा से सड़क मार्ग के जरिए फिरोजपुर जा रहे थे। यहां गांव प्यारेआना में हाइवे ब्लॉक होने की वजह से उन्हें 20 मिनट फ्लाइओवर पर रुककर लौटना पड़ा। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा चूक की बात कही थी और पंजाब सरकार से जवाब मांगा था।

20 फरवरी को मतदान, 10 मार्च को नतीजे
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की एक फरवरी को आखिरी तारीख है। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।

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