
चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पारिवारिक विवादों में फंस गए। सिद्धू की NRI बड़ी बहन सुमन तूर ने शुक्रवार को गंभीर आरोप लगाए। सुमन ने आज चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि नवजोत सिद्धू ने पैसों के पीछे पूरा परिवार खत्म कर दिया। पिता भगवंत सिद्धू के देहांत के बाद सिद्धू ने 1986 में माताजी निर्मल भगवंत को घर से निकाल दिया था। उसके तीन साल बाद उनकी माताजी की लावारिस हालत में मौत हो गई थी। इतना ही नहीं, बहन सुमन तूर को वॉट्सऐप पर ब्लॉक भी कर दिया है। उन्होंने ये भी कहा कि शैरी (नवजोत सिंह सिद्धू का निकनेम) बहुत क्रुअल (निर्दयी) है।
सुमन ने बताया कि उन्होंने बहुत ही बुरा समय देखा है। पिता के देहांत के बाद नवजोत सिद्धू ने घर अपने नाम कर लिया था और उन्हें घर से निकाल दिया था। पैसों के पीछे सिद्धू ने परिवार खत्म कर दिया। सुमन ने बताया कि जो इंसान अपने परिवार का नहीं हो सका, वह किसी और का क्या होगा। परिवार के सुख-दुख में वह कभी शामिल नहीं हुए। उनकी मां ने अपनी छवि बचाने के लिए दिल्ली के चक्कर काटे और अंत में दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उनकी लावारिस की तरह मौत हो गई। सुमन तूर ने कहा कि सिद्धू ने यह सब प्रॉपर्टी के लिए किया। गत 20 जनवरी को जब वह सिद्धू से मिलने गईं तो उन्होंने दरवाजा तक नहीं खोला और उनसे मुलाकात तक करने से इंकार कर दिया।
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सिद्धू ने मां के साथ बहुत नाइंसाफी की
सुमन तूर का कहना था कि वह 1990 में अमेरिका चली गई थीं। सिद्धू ने मां निर्मल भगवंत के साथ नाइंसाफी की। सिद्धू ने मीडिया को एक झूठा बयान भी दिया और कहा कि मेरे माता-पिता न्यायिक तौर पर अलग हुए। सिद्धू उस वक्त अपनी उम्र 2 साल बता रहे हैं, लेकिन वह भी सब झूठ है। उन्होंने कहा कि वह इस मसले पर नवजोत सिंह सिद्धू से मिलने के लिए उनके अमृतसर स्थित घर पर गई थी लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोला। यहां तक कि उन्हें वॉट्सऐप पर भी ब्लॉक कर रखा है। हालांकि, अभी तक सिद्धू या उनके पक्ष से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इस समय पंजाब में चुनावी माहौल है। दूसरी तरफ कांग्रेस में अभी भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आज सिद्धू की बहन ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए तो इससे पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार के घर ईडी की रेड हुई, जिसमें 10 करोड़ रुपए बरामद हुए थे।
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