पंजाब चुनाव: चन्नी के यूपी-बिहार वाले बयान का पीएम मोदी ने दिया करारा जवाब, कांग्रेस चारो खाने चित

पीएम ने कहा कि कल ही हमने संत रविदास जी की जयंती मनाई है। वो कहां पैदा हुए? उत्तर प्रदेश में, बनारस में। क्या आप संत रविदास जी को भी पंजाब से निकाल देंगे? गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म कहां हुआ था? पटना साहिब, बिहार में। क्या आप गुरू गोविंद जी को भी पंजाब से निकाल देंगे?

फाजिल्का : अबोहर में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) के यूपी-बिहार वाले बयान पर भी घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमेशा से एक क्षेत्र के लोगों को दूसरे से लड़ाती आई है। यहां कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने जो बयान दिया, जिस पर दिल्ली का परिवार उनके साथ खड़े होकर तालियां बजा रहे थे, वो पूरे देश ने देखा। अपने इन बयानों से ये लोग किसका अपमान कर रहे हैं। यहां का कोई ऐसा गांव नहीं होगा, जहां हमारे उत्तर प्रदेश या बिहार के भाई बहन मेहनत न करते हों। कल ही हमने संत रविदास जी की जयंती मनाई है। वो कहां पैदा हुए? उत्तर प्रदेश में, बनारस में। क्या आप संत रविदास जी को भी पंजाब से निकाल देंगे? गुरू गोविंद सिंह जी का जन्म कहां हुआ था? पटना साहिब, बिहार में। क्या आप गुरू गोविंद जी को भी पंजाब से निकाल देंगे?

पीएम के बयान के मायने
पीएम के इस पलटवार के पीछे सियासी वजह भी मानी जा रही है। दरअसल पंजाब की 10 सीटों पर यूपी-बिहार से आए हुए प्रवासियों की संख्या बहुत ज्यादा है। पीएम ने उन्हें साधने की कोशिश की है। पीएम ने चरणजीत चन्नी के बयान को उनका अपमान बताया है। यूपी चुनाव में भी भाजपा इसका फायदा उठाने की कोशिश करेंगी। यह दिखाने की कोशिश होगी कि कांग्रेस (Congress) किस तरह से वोट के लिए क्षेत्रवाद कर रही है। पीएम ने गुरु गोबिंद सिंह के जन्म स्थान पटना साहिब का जिक्र का सिख मतदाता को भी कांग्रेस के साथ जोड़ने की कोशिश की है।  चुनाव प्रचार के अंतिम दिन पीएम ने यह मास्टर स्ट्रोक खेला है, जिस पर अब अगले दो दिन तक पंजाब में पीएम की चर्चा होगी। यह टॉकिंग प्वाइंट बनेगा।

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भईया शब्द आया कहां से? 
पंजाब में यूपी और बिहार से प्रवासी मजदूर खेती के लिए आते हैं। वह अपनी सामने वाले को सम्मान देने के लिए बोलते तो भाई है, लेकिन इस शब्द का उच्चारण वह भईया करते हैं। धीरे-धीरे प्रवासी मजदूरों की यह पहचान बन गई। उन्हें अब पंजाब और हरियाणा में भइया के नाम पर ही जाना जाता है। क्योंकि वह यहां मेहनत मजदूरी करते हैं, इसलिए उन्हें यहां किसान अपने से कमतर आंकते हैं। धीरे-धीरे भईया शब्द को इस तरह से बना दिया कि यदि किसी को नीचे दिखाना हो तो इस शब्द का इस्तेमाल कर लिया जाता है।

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क्या कहा था सीएम चन्नी ने?
बता दें कि पंजाब में चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी बोल रहीं थी- समझदारी का इस्तेमाल करो। चुनाव का समय है। लंबी-लंबी बातें नहीं कहनी चाहिए। लेकिन पंजाब के लोगों, बहनों-भाइयों जो आपके सामने है, उसे ठीक से पहचानो। आपमें बहुत विवेक है। समझदारी है। उस समझदारी का इस्तेमाल करो। फिर बोलीं- पंजाब पंजाबियों का है। पंजाब को पंजाबी चलाएंगे। अपनी सरकार बनाओ। यहां कोई नई राजनीति नहीं मिलेगी। ये बाहर से जो आते हैं। आपके पंजाब में उन्हें सिखाइए पंजाबियत क्या है। पंजाब मेरी ससुराल है। बस प्रियंका के इतना बोलते ही चन्नी और जोश में आ गए और अपने हाथ में माइक लेकर जोरदार आवाज में बोले- प्रियंका पंजाबियों की बहू हैं। यूपी दे, बिहार दे, दिल्ली दे भईए आके इते राज नई कर दे। यूपी के भइयों को पंजाब में फटकने नहीं देना है। चन्नी के इतना कहते ही जो बोले सो निहाल के नारे लगने लगते हैं। प्रियंका मुस्कुराती रहती हैं और खुद भी नारे लगाना शुरू कर देती हैं। 

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