
'साराभाई वर्सेस साराभाई' में नजर आए सतीश शाह का 25 अक्टूबर को निधन हो गया। वो 74 साल के थे। फिल्ममेकर अशोक पंडित ने इंस्टाग्राम पर उनके निधन की खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि उनका किडनी फेल होने की वजह से निधन हो गया। अचानक उनकी तबीयत खराब हुई, जिसके बाद उन्हें हिंदुजा अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। सतीश के यूं चले जाने से पूरी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ उठी है।
सतीश का जन्म साल 1951 में एक गुजराती परिवार में हुआ था। सतीश शाह ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 70 के दशक में की थी, लेकिन उन्हें 1984 में कुंदन शाह और मंजुल सिन्हा के शो 'ये जो है जिंदगी' से असली पहचान मिली। इस शो में उन्होंने 55 अलग-अलग किरदार निभाकर खूब वाहवाही बटोरी थी। 90 के दशक में, उन्होंने 'फिल्मी चक्कर' और 'घर जमाई' जैसे शोज में काम किया, और फिर 2004-06 के लोकप्रिय शो 'साराभाई वर्सेस साराभाई' में प्यारे इंद्रवदन साराभाई की भूमिका निभाकर अपने करियर में फिर से पंख लगाए।
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सतीश शाह ने अपनी फिल्मी जर्नी साल 1970 की फिल्म भगवान परशुराम में एक छोटी सी भूमिका के साथ शुरू की थी, लेकिन उन्हें एक दशक बाद 'उमराव जान' और 'अल्बर्ट पिंटो को गुस्सा क्यों आता है' में भूमिकाओं के लिए नोटिस मिला। वो कॉमेडी फिल्म 'जाने भी दो यारो' में एक लाश के रूप में दिखाई दिए, जो शायद बड़े पर्दे पर उनकी सबसे प्रतिष्ठित भूमिका बन गई थी। 90 के दशक से, वो कई हिट फिल्मों में सपोर्टिंग रोल में दिखाई दिए, जिनमें 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे', 'हम आपके हैं कौन', 'हीरो नंबर 1', 'मैं हूं ना' और 'फना' समेत अन्य फिल्में शामिल हैं। उन्हें आखिरी बार बड़े पर्दे पर 2014 में रिलीज 'हमशकल्स' में देखा गया था।