2024 के चुनाव को पवन कल्याण ने काफ़ी गंभीरता से लिया. पिछले चुनाव के अनुभव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने टीडीपी और जनसेना पार्टी को साथ लाने की पहल की... उन्होंने इन दोनों पार्टियों को NDA में शामिल करवाया. टीडीपी, जनसेना और बीजेपी के बीच गठबंधन बनाने में पवन कल्याण ने अहम भूमिका निभाई.
उन्होंने अपनी सीटें कम कर दीं लेकिन गठबंधन को टूटने नहीं दिया. तीनों पार्टियों के गठबंधन का असर चुनाव परिणामों में साफ़ दिखाई दिया. 175 में से 164 सीटें जीतकर गठबंधन ने सरकार बनाई.
वाईएसआरसीपी नेताओं ने कहा था कि वो पवन कल्याण को विधानसभा के दरवाज़े तक नहीं छूने देंगे. पवन कल्याण ने उन्हें शब्दों से नहीं बल्कि अपनी जीत से जवाब दिया. उन्होंने जिन सीटों से चुनाव लड़ा, उन सभी में जीत हासिल की और 100% स्ट्राइक रेट हासिल किया. पवन कल्याण ने राजनीति में एक दुर्लभ रिकॉर्ड अपने नाम किया.
गठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले पवन कल्याण को सरकार में भी अहम ज़िम्मेदारी मिली. सीएम चंद्रबाबू नायडू के बाद उन्हें ही ये ज़िम्मेदारी सौंपी गई... पवन कल्याण ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
इस तरह विरोधियों के तानों, 'राजनीति उनके बस की बात नहीं' का करारा जवाब देते हुए पावर स्टार, उप मुख्यमंत्री बन गए. डिप्टी सीएम के तौर पर ये उनका पहला जन्मदिन है... इसलिए तेलुगु लोग उन्हें 'हैप्पी बर्थडे डिप्टी सीएम साब' कहकर बधाई दे रहे हैं.