Fact Check: क्या ये तस्वीर CDS Bipin Rawat के प्लेन क्रैश की है, जानें क्या है वायरल पोस्ट का सच?
वायरल न्यूज की पड़ताल करने पर पता चला कि तस्वीर कुन्नूर में सीडीएस बिपिन रावत के प्लेन क्रैश की नहीं है। ये 2019 में जम्मू के पुंछ जिले में एक फोर्स लैंडिंग की थी।
Asianet News Hindi | Published : Dec 12, 2021 9:44 AM IST / Updated: Dec 12 2021, 03:16 PM IST
क्या वायरल हो रहा है: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि ये सीडीएस जनरल बिपिन रावत के प्लेन क्रैश का है। वीडियो में एक हेलिकॉप्टर दिखाई दे रहा है, जिसके परखच्चे उड़े हुए हैं। बता दें कि बुधवार को बिपिन रावत का विमान तमिलनाडु में क्रैश कर गया था, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी।
वायरल न्यूज की पड़ताल:
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बुधवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत को लेकर Mi17V5 हेलिकॉप्टर सुलूर से वेलिंगटन ले जा रहा था। उन्हें डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लेक्चर देना था। हेलिकॉप्टर को दोपहर 12.15 बजे वेलिंगटन में उतरना था। हालांकि, दोपहर करीब 12.09 बजे हेलिकॉप्टर से संपर्क टूट गया और दोपहर करीब 12.20 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलिकॉप्टर में 14 लोग सवार थे, जिनमें से 13 की मौत हो गई। अकेले बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के सेना हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
वायरल न्यूज की पड़ताल करने पर पता चला कि तस्वीर कुन्नूर में सीडीएस बिपिन रावत के प्लेन क्रैश की नहीं है। ये 2019 में जम्मू के पुंछ जिले में एक फोर्स लैंडिंग की थी। तमिलनाडु के कुन्नूर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल का प्लेन क्रैश हुआ था। हादसे में बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई थी।
वायरल फोटो के साथ कैप्शन में लिखा है, सीडीएस बिपिन रावत जी। परिवार के साथ यात्रा करने वाले सभी रक्षा अधिकारियों के लिए प्रार्थना। इस तस्वीर की पड़ताल करने के लिए गूगल के रिवर्स इमेज टूल की मदद ली गई थी। तब 24 अक्टूबर 2019 की एक खबर मिली, जिसके मुताबिक, भारतीय सेना के हेलिकॉप्टर को 24 अक्टूबर 2019 को जम्मू के पुंछ जिले में लैंडिंग करनी पड़ी।
ANI ने भी घटना की तस्वीर को पोस्ट किया था। तस्वीरों के साथ लिखा गया था, जम्मू और कश्मीर: सेना के एएलएच ने पुंछ जिले में एक आपातकालीन लैंडिंग की। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह सहित सभी सात यात्री सुरक्षित हैं।
निष्कर्ष: वायरल न्यूज की पड़ताल करने पर पता चला कि ये फेक है। वायरल तस्वीर साल 2019 की है, जिसे बिपिन रावत के प्लेन क्रैश से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।