Published : Oct 22, 2020, 06:13 PM ISTUpdated : Nov 09, 2020, 03:18 PM IST
मुजफ्फरपुर/ पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly election 2020) में इस बार कई हाई प्रोफाइल युवा उम्मीदवार राजनीतिक भाग्य आजमा रहे हैं। पुष्पम प्रिया चौधरी (Pushpam Priya Chaudhary) की हर तरफ चर्चा है। लेकिन एक और उम्मीदवार हैं जिन्होंने पूरे बिहार का ध्यान अपनी ओर खींचा है। ये कोई और नहीं चिराग पासवान (Chirag Paswan) की एलजेपी (LJP) की उम्मीदवार कोमल सिंह (Komal Singh) हैं। इनकी उम्र महज 27 साल है। एलजेपी ने कोमल को गायघाट से उम्मीदवार बनाया है।
कोमल सिंह काफी पढ़ी-लिखी हैं। उनके पास एमबीए की डिग्री है। सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बैकग्राउंड और प्रॉपर्टी के मामले में भी कोमल हाईप्रोफाइल हैं। कोमल की सालाना इन्कम 7 करोड़ 94 लाख रुपये है। उनके नाम बैंक में लाखों रुपये जमा है। हालांकि 30 लाख रुपये का बैंक कर्ज भी है।
28
कोमल सिंह की कमाई का जरिया जॉब और इन्वेस्टमेंट है। कोमल ने शेयर मार्केट में बड़े पैमाने पर पैसे का इन्वेस्ट किया है। जबकि वो एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी भी करती हैं। इन्वेस्टमेंट और नौकरी के अलावा बैंक डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज और जमीन से आने वाला किराया कोमल सिंह की आमदनी का जरिया है।
38
कोमल सिंह का फैमिली बैकग्राउंड भी बेहद मजबूत है। उनकी माता-पिता दोनों जनप्रतिनिधि हैं। उनकी मां वीणा देवी फिलहाल एलजेपी की सांसद हैं। 2019 के आम चुनाव में वीणा देवी ने एलजेपी के टिकट पर वैशाली सीट से दिग्गज रघुवंश प्रसाद सिंह को हराया था। जबकि कोमल के पिता जेडीयू के एमएलसी हैं।
48
गायघाट में कोमल सिंह का मुक़ाबला आरजेडी सीटिंग विधायक महेश्वर से है। 2015 के विधानसभा चुनाव में महेश्वर ने कोमल की मां वीणा देवी को करीब तीन हजार से ज्यादा मतों से हरा दिया था। तब वीणा देवी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था।
58
इससे पहले 2010 के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में वीणा देवी ने महेश्वर को करीब 16 हजार मतों से हराया था। गायघाट, मुजफ्फरपुर जिले की हाईप्रोफाइल सीट है। कोमल के आने के बाद से यहां की चुनावी लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है।
68
अगर कोमल चुनाव जीत गईं तो एक ही परिवार में पति-पत्नी और बेटी जनप्रतिनिधि होंगी। बिहार में ये अपने आप में एक दिलचस्प रिकॉर्ड बन सकता है। वैसे त्रिकोण में फंसी कोमल सिंह को चुनाव जीतने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।