2014 के आम चुनाव से पहले वह कांग्रेस में थीं। लेकिन, कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस छोड़ समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर चुनाव लड़ीं, जिसमें उनकी हार हो गईं थीं। 2015 में जीतनराम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) से भी जुड़ी थीं।(फाइल फोटो)