बाहुबली अनंत को भी सिखा चुकी हैं सबक, अब खतरनाक नक्सल इलाके में ऐसे मोर्चा ले रहीं IPS लिपि सिंह

Published : Oct 20, 2020, 11:51 AM IST

पटना। विधानसभा चुनाव (Bihar Polls 2020) में बिहार के नक्सल इलाकों में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव कराना चुनाव आयोग (EC) और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है। नक्सल प्रभावित इलाके में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए अफसर रात दिन एक कर काम कर रहे हैं। लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। मुंगेर जिला बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। यहां तेजतर्रार आईपीएस लिपि सिंह (IPS Lipi Singh) के नेतृत्व में जिले का पुलिस महकमा कोई कसर नहीं छोड़ रहा। नक्सल इलाकों में लगातार सर्चिंग और फ्लैग मार्च किया जा रहा है। लिपि सिंह के नेतृत्व में अब तक बड़ी मात्र में अवैध हथियार भी जब्त किए गए हैं। लिपि सिंह मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह पर कार्रवाई कर पहली बार चर्चा में आई थीं। 

PREV
17
बाहुबली अनंत को भी सिखा चुकी हैं सबक, अब खतरनाक नक्सल इलाके में ऐसे मोर्चा ले रहीं IPS लिपि सिंह

मुंगेर जिले में 28 अक्तूबर को वोट डाला जाना है। उससे पहले यहां के धरहरा प्रखंड के बरमसिया बिलोखर, घटवारी ,करेली ,सराधी न्यू पैसरा गांव में पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह के नेतृत्व में फ्लैग मार्च हो रहा है। लोगों से चुनाव में भाग लेने की अपील भी की जा रही है। 

27

लिपि सिंह ने नक्सल प्रभावित इलाकों में भरोसा दिलाया है कि पुलिस के रहते हुए किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। लोग बिना डरे मतदान में हिस्सा ले सकते हैं। लिपि सिंह रात को भी दौरा कर पुलिस व्यवस्था की निगरानी कर रही हैं। नक्सल प्रभावित गांवों में बनाए गए पुलिस कैम्पों का निरीक्षण कर रही हैं। 

37

लिपि सिंह बिहार के तेजतर्रार आईपीएस अफसरों में से एक हैं। इनका नाम पहली पहली बार तब चर्चा में आया जब इन्होंने बाहुबली अनंत सिंह के खिलाफ मोर्चा लिया। बताते चलें कि उन्होंने अनंत सिंह के पैतृक गांव लदमा में कार्रवाई की थी। यहां छापेमारी के बाद AK-47, 22 जिंदा कारतूस और 2 देसी बम बरामद किए थे। बाद में अनंत सिंह के खिलाफ अनलॉफुल एक्टीविटीज प्रिवेंशन एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था। 

47

लिपि सिंह की कार्रवाई के बाद अनंत सिंह को फरार होना पड़ा था। कानून का शिकंजा पूरी तरह कसने के बाद उन्हें सरेंडर करना पड़ा। अनंत अभी भी जेल में है और इस बार आरजेडी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। 

57

लिपि सिंह ने अपने काम से लोगों को बहुत प्रभावित किया है। वो 2016 बैच की आईपीएस अफसर हैं। उनके पिता जेडीयू नेता आरपी सिंह हैं। 2015 में लिपि ने यूपीएससी एग्जाम क्वालिफाई किया था। देशभर में उनकी रैंक 114 थी। वो बिहार के नालंदा जिले की पहली महिला IPS अधिकारी बनी थीं। 

67

बाद में ट्रेनिंग पूरा करने के बाद उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार कैडर अलॉट कर दिया था। लिपि सिंह पटना के बाढ़ इलाके की एडिशनल एसपी थीं। लेकिन 2019 में हुए आम चुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत कर दी थी। 

77

नीलम देवी ने आरोप लगाया था कि लिपि जानबूझकर अनंत सिंह के करीबियों को चुनाव में परेशान कर रहीं हैं। शिकायत पर चुनाव आयोग के दखल के बाद लिपि सिंह का एटीएस में ट्रांसफर करा दिया गया। चुनाव बाद लिपि को एक बार फिर से बाढ़ का एडिशनल एसपी बना दिया गया। अब लिपि सिंह मुंगेर में अपने काम की वजह से लगातार सुर्खियों में हैं। 

Recommended Stories