चिराग का एक एनजीओ भी है "चिराग का रोजगार"। अपने इस एनजीओ के जरिए एलजेपी चीफ बिहार के बेरोजगार युवाओं की नौकरियों में मदद करते हैं। दरअसल, चिराग पिता की जातीय राजनीतिक विरासत को भविष्य के हिसाब से आगे ले जाना चाहते हैं। वो महादलित राजनीति से भी ज्यादा सर्वसमाज, युवाओं की बेरोजगारी, विकास और बिहारी अस्मिता पर राजनीति करना चाहते हैं।