पटना। आपातकाल के खिलाफ जय प्रकाश नारायण (Jai Prakash Narayan) के सम्पूर्ण क्रांति आंदोलन ने बिहार समेत देश को कई युवा नेता दिए। इनमें से बिहार के तीन नेताओं ने मंडल के बाद की राजनीति में उल्लेखनीय मुकाम हासिल किया और पिछले तीन दशक से राज्य की राजनीतिक धुरी बने हुए हैं। ये नाम है- आरजेडी चीफ लालू यादव (Lalu Yadav), जेडीयू चीफ नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और एलजेपी संस्थापक और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) । एक ही छत के नीचे से दलित-पिछड़ा राजनीति शुरू करने वाले तीनों नेताओं का आशियाना अब अलग-अलग है। नीतीश के बेटे अभी भी राजनीति से दूरी बनाए हुए हैं। लेकिन लालू और रामविलास ने तो अपना समूचा राजनीतिक उत्तराधिकार बेटों के हाथ में सौंप दिया है।